संवाददाता, देवघर . देवघर नगर निगम के सफाई विभाग का शहर को स्वच्छ रखने का दावा धरातल पर फेल साबित हो रहा है. बरसात को देखते हुए नगर आयुक्त ने एक सप्ताह पहले ही सभी नालों की सफाई के निर्देश दिये थे. आदेश के अनुसार, सभी वार्ड जमादारों को 15 दिनों के भीतर सफाई कार्य पूरा करने को कहा गया था, साथ ही किसी भी परेशानी की स्थिति में सफाई विभाग के नोडल अधिकारी प्रकाश मिश्रा से संपर्क करने की बात कही गयी थी. हालांकि, हकीकत यह है कि आधे से ज्यादा वार्डों में नालों की सफाई शुरू ही नहीं हुई है. वार्ड संख्या 01, 02, 26, 33, 34, 35 और 36 में तो नाले की सफाई करने वाले कर्मियों का कोई अता-पता नहीं है. वहीं जिन इलाकों में सफाई हो भी रही है. वहां नाले से निकाले गये गाद को दो-दो दिन बीत जाने के बावजूद उठाया नहीं गया है. इससे न सिर्फ सड़कों पर जाम की स्थिति बन रही है, बल्कि आसपास के लोगों को दुर्गंध झेलनी पड़ रही है. इस संबंध में जब नोडल अधिकारी प्रकाश मिश्रा से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि हर वार्ड में तय समय के भीतर सफाई कार्य पूरा कर लिया जायेगा. वर्तमान में मेला क्षेत्र और कांवरिया पथ को प्राथमिकता दी जा रही है, जहां अधिक संख्या में सफाईकर्मियों को लगाया गया है. सड़क पर पड़ी गाद के बारे में उन्होंने कहा कि इसे सूखने के बाद ही उठाने का प्रावधान है, ताकि सड़कें अधिक गंदी न हों और प्लांट तक ले जाने में भी परेशानी न आये. इधर निगम की कार्यशैली से स्थानीय लोगों में नाराजगी है और सवाल उठ रहे हैं कि बारिश में स्थिति क्या होगी.
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