संवाददाता, देवघर : नगर निगम की आउटसोर्सिंग कंपनी एमएसडब्लूएम के सफाई कर्मियों ने बकाया भुगतान नहीं होने के विरोध में गुरुवार सुबह सात बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी. हड़ताल शुरू होते ही शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी. मुहल्लों में डोर टू डोर कचरा उठाव और डंपिंग प्वाइंट से कचरा उठाव पूरी तरह ठप हो गया. इधर, आम लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम के सफाई मित्रों ने मोर्चा संभाला और शहर में डंप कचरे का उठाव प्रारंभ कर दिया. लेकिन जैसे ही निगम के लोडिंग वाहन पछियारी कोठिया स्थित वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट पहुंचे, वहां पहले से मौजूद कंपनी के करीब ढाई सौ सफाई मित्रों ने मुख्य गेट को बंद कर पहले भुगतान, तब काम का नारा लगाना शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही नगर आयुक्त रोहित सिन्हा ने तत्काल नगर प्रबंधक सतीश कुमार को प्लांट भेजा. नगर प्रबंधक ने मौके पर पहुंचकर कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की. वार्ता सफल रही और साढ़े चार घंटे के बाद हड़ताल समाप्त कर एजेंसी के सभी सफाई मित्र काम पर लौट आये
कहते हैं नगर आयुक्त
एजेंसी को कचरा प्रोसेसिंग करना है न कि वहां डंप करना है. आरडीएफ का डिस्पोजल नहीं किया जा रहा है और लगातार कंपनी में कार्यरत सफाई मित्रों से सूचना मिल रही थी कि एजेंसी इनलोगों को पीएफ की राशि का भुगतान नहीं कर रही है. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर भुगतान रोका गया था, लेकिन बात हो गयी है. भुगतान की प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया गया है.रोहित सिन्हा, नगर आयुक्त
क्या कहते हैं कंपनी के अधिकारी
नगर निगम बीते चार महीने से भुगतान नहीं कर रही है. ऊपर से बीते साल का भी बकाया है. इस तरह 2.58 करोड़ रुपये बकाया हो गया है. कर्मचारियों को एजेंसी कितने दिनों तक वेतन दे सकती है. ऊपर से वाहनों में ईंधन, पार्ट्स आदि कई सामान को लेकर बाजार में बकाया हो गया है.
जय प्रकाश, स्थानीय इंचार्ज, एमएसडब्ल्यूएमहाइलाइट्स
-सफाई एजेंसी के कर्मियों ने बकाया भुगतान की मांग को लेकर की थी हड़तालडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है