Dhanbad News : अशोक कुमार, धनबाद. क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2025 में शानदार प्रदर्शन से आइआइटी आइएसएम, धनबाद की वैश्विक प्रतिष्ठा और बढ़ी है. यह उपलब्धि तकनीकी शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार में संस्थान की निरंतर बढ़ती साख को दर्शाती है. पिछले पांच वर्षों पर नजर डालें, तो संस्थान ने अनुसंधान के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 51 आविष्कारों के लिए पेटेंट प्राप्त किया है, जबकि इसी अवधि में 261 पेटेंट फाइल किये गये हैं.
बीते एक वर्ष में संस्थान के 12 आविष्कारों को पेटेंट प्राप्त हुआ है, जबकि सर्वाधिक 105 पेटेंट फाइल किये गये हैं. संस्थान के आइपी सेल के अधिकारियों के अनुसार मार्च 2025 के अंत तक 115 पेटेंट फाइल करने की तैयारी है. संस्थान के डीपीआइआइटी-आइपीआर की चेयर प्रोफेसर प्रो अनिंद्य रॉय चौधरी के अनुसार इस वर्ष की यह वृद्धि नवाचार को बढ़ावा देने को लेकर आइआइटी-आइएसएम की बौद्धिक संपत्तियों की रक्षा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.अनुसंधान के हैं विविध क्षेत्र : आइआइटी आइएसएम धनबाद को ये पेटेंट केवल कोर ब्रांच से ही नहीं मिले हैं, बल्कि संस्थान के लगभग सभी विभागों ने इसमें योगदान दिया है. मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग को उपकरण विकास, हीट सिंक डिवाइस और थ्रीडी प्रिंटेड संरचनाओं के लिए कैविटी क्लीनर जैसे आविष्कारों के लिए पेटेंट प्राप्त हुआ है. वहीं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने मोटर स्पीड कंट्रोल सिस्टम और आरएफ सेंसर एंटीना के विकास के लिए पेटेंट हासिल किया है. फिजिक्स विभाग ने डिजिटल होलोग्राफिक नैनोस्कोपी प्रणाली के लिए पेटेंट किया है. रसायन विज्ञान और जैव रासायनिक विज्ञान विभाग ने उत्प्रेरक विकास और कोयला टेलिंग्स के उपचार के लिए को पोलिमेरिक अभिकर्मक के लिए पेटेंट हासिल किया है. प्रबंधन और औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए वास्तविक समय डेटा संग्रहण और बैटरी विकास पर पेटेंट हासिल किया है. वहीं पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग ने जैविक हाइड्रेट इनहिबिटर और ग्रीन एमल्सिफायर के आविष्कार के लिए पेटेंट प्राप्त किया है.
संस्थान को मिल चुका बेस्ट इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोटिंग आइपी अवार्ड :
आइआइटी आइएसएम को बौद्धिक संपदा (आइपी) संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करते हुए एसोचैम द्वारा ‘बेस्ट इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोटिंग आइपी’ अवार्ड 2024 में सम्मानित किया गया है. संस्थान की आई पी सेल, जिसमें पेटेंट अटॉर्नी अशोक हेमंत उप्पुतुरी, शोध सहायक सोनाली भट्टाचार्य और सूरज कुमार मिश्रा शामिल हैं, डीपीआइआइटी चेयर के साथ मिलकर इनोवेटर्स फैकल्टी, शोधकर्ताओं और छात्रों को पेटेंट फाइलिंग, कानूनी सुरक्षा और आइपी रणनीति में मार्गदर्शन प्रदान कर रही है. अशोक हेमंत उप्पुतुरी के अनुसार संस्थान सिर्फ पेटेंट फाइल करने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उच्च गुणवत्ता और कानूनी रूप से मजबूत आवेदन सुनिश्चित कर रहा है. जिससे पेटेंट मिलने में आसानी हो.पिछले पांच वर्ष के पेटेंट का आंकड़ा
वर्ष पेटेंट फाइल पेटेंट प्राप्त2020-21 15 032021-22 16 072022-23 90 122023-24 35 172024-25 (अब तक) 105 12डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है