Best Tourist Places In Jharkhand: धनबाद, शोभित रंजन-झारखंड के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यहां के धार्मिक स्थलों के साथ-साथ अन्य पर्यटन स्थल पर भी पर्यटक पहुंच रहे हैं. देश के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा विदेशों से भी पर्यटक यहां पहुंच रहे. विदेशी पर्यटकों का सबसे आकर्षण का केंद्र चतरा का पर्यटन स्थल रहा है, जबकि गिरिडीह दूसरे नंबर पर है. देसी पर्यटकों की पहली पसंद सरायकेला-खरसावां रहा है.
सालभर में पहुंचे 6.43 करोड़ से अधिक पर्यटक
राज्य पर्यटन निदेशालय द्वारा जारी वार्षिक पर्यटन सर्वेक्षण रिपोर्ट (मई 2024 – अप्रैल 2025) के अनुसार पर्यटन के क्षेत्र में झारखंड ने अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की है. प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों व सांस्कृतिक विविधताओं से परिपूर्ण इस राज्य ने वर्ष भर में 6.43 करोड़ से अधिक पर्यटक यहां पहुंचे. जिसमें 13,234 विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार झारखंड अब पारंपरिक धार्मिक स्थलों से आगे बढ़कर इको-टूरिज्म, एडवेंचर पर्यटन और आदिवासी पर्यटन जैसे नये क्षेत्रों में भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. सरायकेला-खरसावां जिले ने इस बार सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया.
सरायकेला-खरसावां शीर्ष पर
रिपोर्ट के अनुसार सरायकेला-खरसावां जिले ने घरेलू पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षिक किया. यहां के चांडिल डैम, जयदा मंदिर, दलमा वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी और साहेब पार्क जैसे स्थलों पर लगातार भीड़ देखी गयी. इस जिले ने 6,34,332 लाख पर्यटकों को आकर्षित किया. जिले की सुव्यवस्थित सड़कें, रेलवे कनेक्टिविटी और चांडिल के पास स्थित रिसॉर्ट व पर्यटक सुविधाएं इसकी सफलता के प्रमुख कारण माने जा रहे हैं. इसके बाद गिरिडीह (6,28,752), देवघर (5,94,392), धनबाद (5,87,527) और रांची (5,48,003) का स्थान रहा. इन जिलों में धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों ने बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित किया.
विदेशी पर्यटकों की मेजबानी में चतरा सबसे आगे
रिपोर्ट में चतरा जिले को विदेशी पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह बतायी गयी है. इटखोरी मंदिर, कौलेश्वर मंदिर और तमासिन जलप्रपात जैसे धार्मिक व प्राकृतिक स्थलों ने विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया. जिले में साल भर में 1,157 विदेशी पर्यटक आये, जो झारखंड के किसी भी अन्य जिले की तुलना में सबसे अधिक है. जनवरी 2025 में ही यहां 408 विदेशी पर्यटक आये, जो किसी एक माह में सबसे ज्यादा है. इसके बाद गिरिडीह (274), धनबाद (61), रांची (117), देवघर (90) और पूर्वी सिंहभूम (82), बोकारो (34) जैसे जिलों में भी विदेशी पर्यटक पहुंचे.
पर्यटन स्थलों की विविधता और संख्या बढ़ी
झारखंड में कुल मिलाकर 300 से अधिक प्रमुख पर्यटन स्थल हैं. इनमें धार्मिक, पारंपरिक, प्राकृतिक और साहसिक स्थलों की संख्या में इजाफा हुआ है. पारसनाथ पहाड़ी (गिरिडीह), रामरेखा धाम (सिमडेगा), इटखोरी (चतरा), चांडिल डैम (सरायकेला) और सारंडा जंगल (पश्चिम सिंहभूम) प्रमुख गंतव्य बने रहे. झारखंड सरकार द्वारा सड़क संपर्क, ठहरने की सुविधाएं और प्रचार-प्रसार पर विशेष बल देने का परिणाम रहा कि राज्य में पर्यटन वृद्धि दर 15.7% तक दर्ज की गयी.
भविष्य की योजना: थीम आधारित पर्यटन
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2025-26 में राज्य सरकार ‘थीम आधारित पर्यटन’ की योजना बना रही है. इसमें धार्मिक सर्किट, वॉटरफॉल ट्रेल्स, आदिवासी संस्कृति पर्यटन और फोटोग्राफी व कैम्पिंग जोन शामिल होंगे. पर्यटन नीति को स्थानीय रोजगार से जोड़ने की भी तैयारी है. इससे पर्यटन की पहुंच न केवल प्रमुख शहरों तक बल्कि ग्राम्य व आदिवासी क्षेत्रों तक बढ़ेगी.
गिरिडीह के मधुबन में बढ़ी पर्यटकों की संख्या
गिरिडीह जिला साल भर में 6,28,752 पर्यटकों के साथ राज्य में दूसरे स्थान पर है. यहां पारसनाथ पहाड़ी व मधुबन तीर्थ खास आकर्षण रहे. धनबाद में 5,87,527 पर्यटक पहुंचे, जबकि बोकारो ने 4,14,705 सैलानियों को आकर्षित किया. तीनों जिलों में रेल-सड़क कनेक्टिविटी, धार्मिक स्थल व शहरी सुविधाएं पर्यटकों के लिए सहूलियत भरी रहीं. इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे, कैफे और इको टूरिज्म परियोजनाएं प्रस्तावित हैं.
क्रमांक जिला घरेलू पर्यटक विदेशी पर्यटक कुल पर्यटक
- सरायकेला-खरसावां 6,34,210 122 6,34,332
- गिरिडीह 6,28,478 274 6,28,752
- देवघर 5,94,302 90 5,94,392
- धनबाद 5,87,466 61 5,87,527
- रांची 5,47,886 117 5,48,003
- हजारीबाग 5,83,662 106 5,83,768
- पूर्वी सिंहभूम 5,10,897 82 5,10,979
- बोकारो 4,14,671 34 4,14,705
- पश्चिमी सिंहभूम 4,10,656 94 4,10,750
- कोडरमा 3,91,822 216 3,92,038
- गढ़वा 3,85,371 206 3,85,577
- गुमला 3,73,411 19 3,73,430
- सिमडेगा 3,60,441 82 3,60,523
- चतरा 3,57,656 1,157 3,58,813
- लातेहार 3,06,837 38 3,06,875
- दुमका 3,06,118 27 3,06,145
- रामगढ़ 3,02,310 27 3,02,337
- लोहरदगा 2,78,302 14 2,78,316
- पलामू 2,66,151 36 2,66,187
- खूंटी 2,58,112 19 2,58,131
- गोड्डा 2,23,862 22 2,23,884
- जामताड़ा 2,12,006 19 2,12,025
- पाकुड़ 2,05,927 14 2,05,941
- साहिबगंज 2,90,880 31 2,90,911
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