महीनों से खुले में रखी साइकिलें खराब होने लगी हैं. अधिकतर साइकिलों के हैंडल में जंग लग गया है. टायर में हवा नहीं होने के कारण चक्के खराब होने लगे हैं. वहीं चेन व पैडल भी खराब होने लगे हैं. गोविंदपुर बीडीओ कार्यालय में साइकिलें खुली में रखी गयी हैं. गोविंदपुर प्रखंड में स्कूली बच्चों में वितरण के लिए साइकिलें दी गयी है. लेकिन, शिक्षा विभाग ने उसे बीडीओ कार्यालय में खुले में रख कर छोड़ दिया है. प्रभात खबर की टीम शनिवार को बीडीओ कार्यालय पहुंची, तो वहां कार्यालय के प्रांगण में खुले आसमान के नीचे एक कोने में साइकिलें रखी हुई थी. कुछ साइकिलों पर नाश्ता का डिब्बा और प्लास्टिक के ग्लास पड़े थे.
2024-25 में बांटने लिए आयी थी साइकिलें :
साइकिल वितरण के लिए कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग की अलग-अलग योजना चलती है. शिक्षा विभाग से 2023-24 में 120 और कल्याण विभाग से 3094 साइकिलें आयी थीं. सभी साइकिलें बीडीओ कार्यालय परिसर में रखी गयी थी. शिक्षकों को यहां आकर साइकिलें ले जाने को कहा गया था. बीइइओ की मानें तो शिक्षा विभाग के 107 साइकिलें बांट दी गयी है, लेकिन कल्याण विभाग की कुछ साइकिलें बची हैं. दोनों विभागों की साइकिलें बीडीओ कार्यालय में रखी गयी है.साइकिलों की स्थिति पर किसी की नजर नहीं :
साइकिल किस स्थिति में पड़ी है, इसे कोई देखने वाला नहीं है. शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी यहां साइकिलें खुले में रख कर छोड़ दी है. बच्चों के लिए आयी साइकिलें खराब होने लगी है. इसमें से कई साइकिल खराब हो चुकी है. खुले में रखी गयी साइकिलों को ढकने तक की व्यवस्था विभाग नहीं कर पायी.23 साइकिलें रखी हुई हैं :
गोविंदपुर बीडीओ कार्यालय में करीब 23 साइकिलें रखी हुई हैं. सभी की स्थिति खराब होती जा रही है. शिक्षा विभाग विभाग की ओर से आठवीं के सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए साइकिलें दी जाती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है