ंDhanbad News:धनबाद में साइबर अपराधियों का बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जो आम लोगों को अपना शिकार बना रहा है. बुधवार को बरटांड़ स्थित एक बैंक के एटीएम में बिजली विभाग के कर्मी प्रभाष कुमार को अपना शिकार बनाकर साइबर अपराधियों ने 53813.52 रुपये की खरीदारी कर ली. घटना के बाद प्रभाष कुमार ने तुरंत अपना एटीएम को ब्लॉक कराया और साइबर अपराधियों के खिलाफ धनबाद थाना में लिखित शिकायत की.
एटीएम के पास लिखे मोबाइल नंबर से हुई ठगी :
बरटांड़ के पंडित क्लीनिक रोड में रहने वाले प्रभाष कुमार ने बताया कि बुधवार की शाम साढ़े पांच बजे के आसपास उन्होंने बरटांड़ स्थित एक बैंक के एटीएम से तीन हजार रुपये की निकासी की. इसके बाद उनका एटीएम कार्ड मशीन में ही फंस गया. तभी एटीएम के बाहर खड़े युवक ने उन्हें दिखाया की बैंक का नंबर लिखा हुआ है, उस पर कॉल कीजिये, आपकी समस्या का समाधान हो जायेगा. उसके बाद उन्होंने उस नंबर पर कॉल लगाया तो सामने से कॉल उठाने वाला बोला को वह बैंक कर्मी है और वह बैंक के हीरापुर ब्रांच के पास आ जायें. प्रभाष बैंक के पास गये और फिर उस नंबर पर कॉल लगा कर कहा कि मैं पहुंच गया हूं. कुछ उपाय करें. तब उन्हें बताया गया कि अभी इंजीनियर को भेजा गया है. पहुंचता ही होगा. वह आपका एटीएम कार्ड निकाल देगा, लेकिन इस दौरान उनके एटीएम से कई बार में 53,813.52 रुपये ट्रांजेक्शन हो गया और सभी ट्रांजेक्शन से धनबाद के कई बड़े स्टोर में खरीदारी की गयी है. जब प्रभाष को अपने साथ ठगी होने की जानकारी हुई तो उन्होंने अपने पुत्र को कॉल कर एटीएएम नंबर को तुरंत ब्लॉक करवाया. जब उन्होंने बैंक का स्टेटमेंट निकाला तो देखा की मोबाइल नंबर ब्लॉक कराने के बाद भी उसके खाता से कई बार ट्रांजेक्शन का प्रयास किया गया है.एटीएम के पास लिखा नंबर सवालों के घेरे में :
अब सवाल यह उठता है कि एटीएम के पास कैसे किसी बाहरी व्यक्ति का नंबर लिखा रहता है और बैंक कर्मी उस पर ध्यान नहीं देते, जबकि नंबर साइबर फ्रॉड का होता है. जब किसी व्यक्ति का एटीएम कार्ड मशीन में फंसता है तो उस समय भी एक साइबर अपराधी बाहर खड़ा रहता है, जो लोगों को अपनी बातों में उलझा कर ठगी की घटना को अंजाम देता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है