कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल में मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन शुरू करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के एक और कदम बढ़ाया है. नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस (एनपीसीबी) के तहत निबंधित अस्पताल से करार की तैयारी शुरू कर दी गयी है. योजना के तहत एनपीसीबी के तहत निबंधित अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक सदर अस्पताल आकर मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों का ऑपरेशन करेंगे. इसके एवज में सरकार द्वारा तय राशि का भुगतान उक्त अस्पताल को किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार एनपीसीबी से निबंधित कई अस्पतालों से करार को लेकर वार्ता चल रही है. एक सप्ताह में अस्पताल का चयन कर करार किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार एनपीसीबी से निबंधित अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक, सदर अस्पताल के नेत्र विभाग की टीम के साथ मिलकर मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों का ऑपरेशन करेंगे.
आई ओटी का निर्माण कार्य जारी :
सदर अस्पताल में फिलहाल आई ऑपरेशन थिएटर (आई ओटी) का निर्माण कार्य जारी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसे आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है. इसके लिए फेकोइमल्सीफिकेशन, विट्रियस ह्यूमर सर्जरी के लिए विट्रेक्टोमी मशीन के साथ ऑप्थेल्मोस्कोप, स्लिट लैंप, इलेक्ट्रोसर्जिकल यूनिट, लेजर मशीन, एनेस्थीसिया मशीन आदि की खरीद प्रक्रिया चल रही है.पहले से उपलब्ध है फेको मशीन :
बता दें कि अस्पताल में पहले से फेको मशीन उपलब्ध है. यह मोतियाबिंद ऑपरेशन में आधुनिक और कम तकलीफदेह तकनीक मानी जाती है. इससे ऑपरेशन के बाद रिकवरी भी तेज होती है और मरीज जल्द ही सामान्य जीवन में लौट सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है