शहीद निर्मल महतो मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के मरीजों को रक्त जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इसके लिए अस्पताल में सेंट्रल लैब निर्माण की तैयारी है. इस लैब में ओपीडी के साथ इंडोर के मरीजों के रक्त की विभिन्न तरह जांच की सुविधा मिलेगी. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बैठक में अस्पताल परिसर में सेंट्रल लैब निर्माण की प्रक्रिया जुलाई माह तक पूरी करने का निर्णय लिया गया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया ने बताया कि सेंट्रल लैब की स्थापना के लिए पर्याप्त मशीनें उपलब्ध है. विभिन्न तरह की जांच सेवा शुरू करने के लिए रीएजेंट किट समेत केमिकल की व्यवस्था की जा रही है. जुलाई माह में सेंट्रल लैब में विभिन्न तरह की रक्त जांच शुरू करने का दावा अधीक्षक ने किया है.
लैब में चार विभाग के कर्मियों की होगी नियुक्ति :
एसएनएमएमसीएच में बनने वाले सेंट्रल लैब में चार विभागों के कर्मियों की नियुक्ति की जायेगी. इसमें माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री व क्लिनिकल पैथोलॉजी विभाग शामिल होंगे. इससे जांच का दायरा बढ़ेगा.एगिलस को नहीं मिला एक्सटेंशन :
एसएनएमएमसीएच परिसर में पीपीपी मोड पर संचालित एगिलस डायग्नोस्टिक (एसआरएल) का करार 30 जून को समाप्त हो रहा है. जानकारी के अनुसार इस बार स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने एगिलस डायग्नोस्टिक को रक्त सैंपलों की जांच के लिए एक्सटेंशन नहीं दिया है. ऐसे में एक जुलाई से एगिलस डायग्नोस्टिक का काम पूरी तरह बंद हो जायेगा. इसे देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सेंट्रल लैब शुरू करने का निर्णय लिया है.मिलेंगी ये जांच सुविधाएं :
मेडिकल कॉलेज की सेंट्रल लैब में विभिन्न प्रकार के रक्त नमूनों की जांच होती है. इनमें संपूर्ण रक्त गणना (सीबीसी), रक्त शर्करा (ब्लड शुगर), यूरिया, क्रिएटिनिन, इलेक्ट्रोलाइट्स, लिपिड प्रोफाइल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, थायरॉयड प्रोफाइल जैसे परीक्षण शामिल हैं. इसके अलावा, हेमेटोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री से संबंधित परीक्षण भी किये जायेंगे. इनके अलावा संक्रमण का पता लगाने के लिए कल्चर और सेंसिटीविटी टेस्ट भी सेंट्रल लैब में किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है