Dhanbad News : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने से भारतीय सेना के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कश्मीर में प्रशिक्षण शुरू किया. प्रेस बयान जारी कर इसकी जानकारी देते हुए डीवीसी मैथन के उप कमांडेंट अनिल कुमार ने बताया कि सीआइएसएफ को असामान्य और आधुनिक खतरों से निबटने के लिए ‘‘बैटल रेडी‘ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. बैटल रेडी‘‘ का मतलब है कि उसके जवान देश के अहम और संवेदनशील ठिकानों जैसे हवाई अड्डे, परमाणु संयंत्र, सरकारी इमारतें और संसद में किसी भी आपात स्थिति में तेज और असरदार प्रतिक्रिया दे सकें. इसमें ड्रोन हमला, आतंकी हमला, अंदरूनी खतरा और तोड़फोड़ जैसी घटनाओं से सटीक ढंग से निबटना शामिल है. पहली बार सीआइएसएफ के पूरे बैच को कश्मीर घाटी में सेना की विशेष यूनिट्स से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये ट्रेनिंग सीआइएसएफ के शहरी सुरक्षा अनुभव को और मजबूत करते हुए जवानों को जटिल इलाकों और उच्च खतरे वाले क्षेत्रों में भी काम करने के लिए तैयार करेगी. प्रशिक्षण के लिए केवल क्विक रिएक्शन टीम (ओआरटी) के जवानों को चुना गया है. इसका उद्देश्य है कि सीआइएसएफ का हर जवान शारीरिक, मानसिक और रणनीतिक रूप से इतना सक्षम हो, कि किसी भी नये खतरे का डटकर सामना कर सके और देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा हमेशा सुनिश्चित की जा सके.
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