सोनोत संथाल समाज केंद्रीय समिति के नेतृत्व में शुक्रवार को ””सरना धर्म कोड”” की मांग को लेकर जिला मुख्यालय रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया गया. पूरे जिले से आदिवासी अपनी पारंपरिक वेश-भूषा में नगाड़ा, ढोल, तीर-धनुष आदि के साथ गोल्फ ग्राउंड मैदान में जुटे. वहां से कला भवन, एसएसएलएनटी कॉलेज होते हुए रणधीर वर्मा चौक पहुंचे. जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं. यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरना धर्म कोड हम आदिवासियों की पहचान है. सरना कोड के बिना सरकार जनगणना कराती है, तो आदिवासी क्षेत्रों में इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा. कार्यक्रम के बाद एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया. मौके पर मुख्य रूप से रमेश टुडू, अनिल कुमार टुडू, रति लाल टुडू, महा लाल सोरेन, गुरु चरण बास्की, राजेन्द्र किस्कू, बोदीनाथ हांसदा, नुनु लाल हेम्ब्रम, मंगल मुर्मू, दिलीप टुडू, सोना राम मुर्मू, सूरज कांत सोरेन, महालाल हेंब्रम, शंभु टुडू, रमेश मरांडी, देवीलाल मुर्मू, नरेश हेंब्रम, बिरजू सोरेन, अरुण हेंब्रम, हेमन्त कुमार सोरेन, श्रीकांत मुर्मू, अशोक टुडू, लखन लाल टुडू, महाबीर हांसदा, बिजय हांसदा, रविशंकर बास्की, मनोज मरांडी, प्रदीप किस्कू, शिव कुमार सोरेन, अगुन मरांडी, बबलू मरांडी, बबलू टुडू, एतवारी हांसदा, विजय टुडू, प्रदीप सुशील सोरेन, विकास हांसदा, एक्स्प्रेस हांसदा, लाल मोहन मुर्मू, शर्मेंद्र हांसदा, मनोज मरांडी आदि मौजूद थे.
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