Dhanbad News: धनबाद-कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल में चिकित्सा सेवा सुदृढ़ करने के लाख दावे किये जा रहे हैं, लेकिन सच्चाई इससे काफी दूर है. डेढ़ माह से अस्पताल के मेडिसिन विभाग में फिजिशियन की कमी को दूर नहीं किया जा सका है. गंभीर मरीज के ओपीडी पहुंचने पर उन्हें दूसरे अस्पताल भेज दिया जाता है. सदर अस्पताल के एकमात्र फिजिशियन डॉ अब्दुल आजाद ने लगभग डेढ़ माह पूर्व अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से अस्पताल में एक भी फिजिशियन नहीं है. सदर अस्पताल में दो फिजिशियन डॉ राजीव कुमार सिंह व डॉ ऐश्वर्या की नियुक्ति है. डॉ राजीव कुमार सिंह से जेल में सेवा ली जा रही है. वहीं डॉ ऐश्वर्या का छह माह से कोई पता नहीं है. अस्पताल के ओपीडी में भी मेडिसिन की सामान्य बीमारी से जुड़े मरीजों को ही चिकित्सीय परामर्श दिया जा रहा है.
गंभीर मरीजों को भेजा जा रहा दूसरे अस्पताल
वर्तमान में मेडिसिन से जुड़े सामान्य मरीजों को ही ओपीडी में इलाज की सुविधा दी जा रही है. वहीं गंभीर बीमारी से जुड़े मरीजों को एसएनएमएमसीएच व दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है. इसी तरह फिजिशियन चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने से अस्पताल के इंडोर में मेडिसिन से जुड़े गंभीर मरीजों को भर्ती लेना बंद कर दिया गया है. वर्तमान में सर्दी, खांसी व वायरल फीवर आदि लक्षण वाले मरीजों को ही भर्ती लिया जा रहा है. अन्य गंभीर मरीजों को इमरजेंसी से ही एसएनएमएमसीएच भेज दिया जा रहा है.
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एसएनएमएमसीएच पर बढ़ा लोड, सदर में मरीज हुए कम
सदर अस्पताल के मेडिसिन विभाग में समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं होने के कारण एसएनएमएमसीएच में मरीजों का लोड बढ़ गया है. पूर्व में सदर अस्पताल में रोजाना औसतन 500 से 600 मरीज ओपीडी में चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करने के लिए पहुंचते हैं. इनमें मेडिसिन विभाग में सर्वाधिक 150 से 200 मरीजों का इलाज किया जाता था. सदर अस्पताल के मेडिसिन विभाग की फिजिशियन चिकित्सक नहीं होन के कारण एसएनएमएमसीएच में मरीजों का लोड बढ़ गया है. वहीं सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या घटकर औसतन 40 के आस-पास पहुंच गयी है.
विशेष चिकित्सकों की होगी नियुक्ति-सीएस
सीएस डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने कहा कि विशेष चिकित्सकों को बहाल करने के लिए नियुक्ति निकाली गयी है. आवेदन करनेवालों का जल्द साक्षात्कार लिया जायेगा. संभावना है कि आने वाले समय में कुछ चिकित्सक योगदान देंगे. इसके बाद अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ होने की उम्मीद है. जेल में नियुक्त डॉ राजीव को ऑन कॉल सेवा देने के लिए निर्देशित किया गया है.
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