झारखंड आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का गोधर मोड़ से गहरा और भावनात्मक जुड़ाव रहा है. गोधर वही जगह है, जहां वह झारखंड की लड़ाई की रणनीति तय करने वर्षों तक आते रहे. गोधर मोड़ में ही स्थित थी शहीद नेपाल रवानी की मिठाई की दुकान झारखंड आंदोलन के मंथन की एक अनौपचारिक चौपाल भी था. दिशोम गुरु शिबू सोरेन 90 के दशक में अक्सर यहां नेपाल रवानी से मिलने आया करते थे. उन मुलाकातों में आंदोलन की दिशा तय होती थी, रणनीतियां बनती थीं और संघर्ष का संकल्प मजबूत होता था. 25 फरवरी 2001 को जब शिबू सोरेन राज्यसभा सांसद थे, तब उन्होंने गोधर मोड़ में झारखंड आंदोलन के अपने पुराने साथी और वीर शहीद नेपाल रवानी की स्मृति में एक भव्य स्मारक का शिलान्यास किया था. इसके बाद वे 2002 और 2020 में भी नेपाल रवानी के शहादत दिवस पर गोधर पहुंचे, श्रद्धांजलि अर्पित की और जनसभा को भी संबोधित किया. शहीद नेपाल रवानी के बड़े पुत्र और झामुमो जिला उपाध्यक्ष अजय रवानी ने ने कहा गुरुजी (शिबू सोरेन) का हमारे घर से परिवार जैसा रिश्ता रहा है. पिताजी की मिठाई की दुकान पर बैठकर झारखंड आंदोलन की कई ऐतिहासिक बातें होती थीं.
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