Dhanbad News: उम्र विवाद में काम से बैठायी गयी सीमा कुमारी के मामले में बीसीकेयू के बैनर तले लोदना व बस्ताकोला क्षेत्र का डिस्पैच व ट्रांसपोर्टिंग यूनियन समर्थकों ने सुबह से ही बंद करा दी. देर शाम बस्ताकोला महाप्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा, परियोजना पदाधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह के साथ केओसीपी परियोजना कार्यालय में वार्ता हुई. उसमें महाप्रबंधक की ओर से एक सप्ताह तक डिस्पैच, ट्रांसपोर्टिंग आंदोलन स्थगित करने की अपील की गयी. प्रबंधन की अपील के बाद बंदी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. लेकिन क्रमिक हड़ताल जारी रखने की बात कही गयी. सनद रहे कि पिछले सात अप्रैल से सीमा कुमारी कार्यालय के गेट पर आंदोलनरत है. उसके समर्थन में निरसा विधायक अरूप चटर्जी पिछले दिनों यहां आकर शुक्रवार से बंदी की घोषणा की थी. उसी के तहत डिस्पैच व ट्रांसपोर्टिंग बंद की गयी.
कहां-कहां की गयी बंदी
कुंदन पासवान, सुरेश भुइयां के नेतृत्व में सुबह से कुजामा आउटसोर्सिंग परियोजना बंद करायी गयी. शिवकुमार सिंह, जितेंद्र निषाद, राजेंद्र पासवान व शंकर भुइयां के नेतृत्व में 6 नंबर व 9 नंबर साइडिंग की ट्रांसपोर्टिंग व डिस्पैच बंद कराया गया. दोनों जगह रैक लगा हुआ था. गोलकडीह लोडिंग प्वाइंट पर माले जिला सचिव बिंदा पासवान, कामता पासवान, सपन पासवान, नरेश निषाद के नेतृत्व में डिस्पैच बंद रहा. बोर्रागढ़ साइडिंग में कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह से बंद रही. इस दौरान तुलसी रवानी, राजेंद्र पासवान, देवरंजन दास, सपन पासवान, कामता पासवान, भगवान प्रसाद नोनिया, आलोक सिंह, प्रेमचंद प्रसाद, प्रभाष सिंह, कैलाश सिंह, निताई चंद माजी, हीरालाल गोराईं, काली महतो, कालीपद रवानी आदि मौजूद थे.आंदोलन के कारण प्रबंधन को हुआ काफी नुकसान
केओसीपी परियोजना पदाधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आंदोलन से एक दिन में एक हजार टन कोयले का डिस्पैच नहीं हो सका. इस कारण 26 लाख का नुकसान हुआ है. कुजामा आउटसोर्सिंग परियोजना से एक शिफ्ट में एक हजार टन कोयला का डिस्पैच बंद रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है