Dhanbad News : राजगंज के सोनदाहा (पहाड़पुर) की एक चहारदीवारी में एनटीपीसी के फ्लाई ऐश का अवैध डंपिंग यार्ड का खुलासा के बाद ऐश को आनन-फानन में खाली कराया गया. फिर वाहनों को यहां से हटा दिया गया. बुधवार को एक भी नया वाहन यहां फ्लाई ऐश लेकर नहीं पहुंचा. दूसरी ओर मारपीट में घायल चालक सुबिन कुमार पांडेय ने प्रभात खबर को बताया कि कंपनी के लोग उसे ढूंढ रहे हैं. दबाव बनाया जा रहा है कि उसके द्वारा की गयी शिकायत वह वापस ले ले. इसके बाद ही मेहनताने का जो भी बकाया है, उसे दे दिया जायेगा. उसका इलाज भी नहीं कराया गया. चालक ने पत्रकारों को कुछ चालान भी दिखाये. इस चालान में कोई मुहर वगैरह नहीं है. चालान में एपको विक्रमशिला एक्सप्रेस वे प्रालि एवं ट्रांसपोर्टर – केमिओन्स लॉजिस्टिक्स सोल्यूशन प्रालि अंकित है. एजेंसी का नाम एरिहंट इंटरप्राइजेज लिखा हुआ है. इस चालान में स्पष्ट दर्शाया गया है कि फ्लाई ऐश की लोडिंग लोकेशन डीवीसी सीटीपीएस, बोकारो व इसकी अनलोडिंग लोकेशन पीरपैंती भागलपुर में है. लेकिन पहाड़पुर में ही फ्लाई ऐश को डंप किया जाता है. वहां से निजी काम के लिए जैसे ईंट निर्माण आदि में बेच दिया जाता है. साथ ही धंधेबाजों का ट्रांसपोर्टिंग खर्च भी बच जाता है.
कांको में की जाती है जीपीएस में हेराफेरी
फ्लाई ऐश लदे वाहनों का जीपीएस हेरफेर के लिए तय स्थान कांको है. बुधवार को स्थान बदला गया था. बताया जाता है कि फ्लाई ऐश अनलोडिंग के बाद वाहनों को अलग-अलग जगह खड़ा किया गया था. एक चारपहिया वाहन से उक्त वाहनों तक जाकर जीपीएस पुनः लगाया गया व फिर गंतव्य भेजा गया. इधर, आम लोगों का कहा है कि फ्लाई ऐश के यहां के यार्ड को लोग वैध समझ रहे थे. किसी को भी पता नहीं था कि यहां दूसरी जगह जाने वाले ऐश का यहां डंप अवैध तरीके से किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है