Dhanbad News : सिनीडीह जिंक कॉलोनी स्थित कामेश्वर धाम शिव मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन आचार्य कन्हैया द्विवेदी ने शिव महिमा व जीवन दर्शन की व्याख्या की. श्री द्विवेदी ने वट सावित्री व्रत के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि आज की नारी भी यदि श्रद्धा, प्रेम व सेवा से जीवन जीये, तो वह अपने घर को स्वर्ग बना सकती है. उन्होंने कहा कि सोलह शृंगार केवल बाहरी सजावट नहीं. असली शृंगार नारी के मन, वचन व कर्म से उपजा समर्पण है. देवी पार्वती ने भी सेवा व त्याग से महादेव को प्रसन्न किया था. उन्होंने कहा कि नारी शृंगार से नहीं, संस्कार से सुंदर बनती है. उन्होंने बेटियों को रात्रि नौ बजे के बाद मोबाइल से दूर रहने और आत्मचिंतन तथा स्वाध्याय में समय देने की सलाह दी. मौके पर स्थानीय श्रद्धालु राम, सीता, लक्ष्मण व माता शबरी के वेश में सजे.
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