धनबाद.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों में छात्रों के हेल्थ एंड वेलनेस को लेकर विशेष पहल शुरू की है. इसके तहत सभी स्कूलों में स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. इस अभियान की शुरुआत के लिए दिल्ली में आठ दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जो अगले सप्ताह से शुरू होगा. कार्यशाला में देशभर के मास्टर ट्रेनर हिस्सा लेंगे. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में जाकर स्कूलों में जागरूकता फैलाएंगे. धनबाद से दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्राचार्या एवं सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ. सरिता सिन्हा इसमें भाग लेंगी.स्कूलों में लगाएं जाएंगे ऑयल बोर्ड
सीबीएसइ ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे ‘ऑयल बोर्ड’ स्थापित करें, जो पूर्व में चलाये गये ‘शुगर बोर्ड’ अभियान का अगला चरण है. यह पहल छात्रों को अस्वस्थ भोजन और जीवनशैली से बचने के लिए प्रेरित करेगी. इसे स्कूल कैंटीन, लॉबी और सार्वजनिक स्थलों पर डिजिटल या पोस्टर रूप में सूचना प्रदर्शित की जाएगी ताकि वसायुक्त भोजन के नुकसान को बताया जा सके. इसके साथ ही स्वास्थ्य संदेशों का प्रचार किया जायेगा. इसमें स्कूल के आधिकारिक लेटरहेड, नोटपैड आदि पर स्वास्थ्य जागरूकता से जुड़े संदेश अनिवार्य रूप से शामिल होंगे. इस के साथ ही स्कूल कैंटीन में फल, सब्जी व कम वसा वाले खाद्य पदार्थों को बढ़ावा मिलेगा. तैलीय व मीठे स्नैक्स को सीमित किया जाएगा.शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहन
सीबीएसइ द्वारा इसके साथ ही छात्रों में सीढ़ियों का उपयोग, लघु व्यायाम सत्र और स्कूल परिसर में वॉकिंग रूट तय किया जाएगा. बोर्ड ने स्कूलों को ‘ऑयल बोर्ड’ का प्रोटोटाइप डिजाइन भी उपलब्ध कराया है, जिसे विद्यालय अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं. छात्रों को भी इन बोर्डों को स्वयं तैयार करने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा गया है, जिससे वे इस अभियान का सक्रिय हिस्सा बनें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है