23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

IIT ISM Dhanbad की एक और उपलब्धि, कीटनाशक छिड़काव की इस नयी तकनीक से होगा बड़ा फायदा

IIT ISM Dhanbad: आईआईटी आईएसएम धनबाद ने एक और उपलब्धि हासिल की है. मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच के वैज्ञानिकों ने कीटनाशक छिड़काव की नयी तकनीक विकसित की है. इससे कम कीटनाशक से अधिक फायदा मिलेगा.

IIT ISM Dhanbad: धनबाद-अब खेती और भी सुरक्षित और किफायती होगी. आईआईटी आईएसएम धनबाद के मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी अनूठी कीटनाशक छिड़काव तकनीक विकसित की है, जो कम मात्रा में कीटनाशकों का उपयोग करके अधिकतम प्रभाव उत्पन्न करेगी. इससे न केवल फसलें बेहतर होंगी, बल्कि पर्यावरण और किसानों की सेहत पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.

कैसे काम करती है यह नयी तकनीक?


प्रो दीपक कुमार मंडल और उनकी टीम ने कीटनाशक छिड़काव का नया तरीका खोजा है. इस तकनीक में कम मात्रा में कीटनाशक की बूंदें पत्तों पर समान रूप से फैलकर पूरी तरह प्रभावी साबित होती है. इसके विशेष डिजाइन में जाली का उपयोग किया जाता है. इससे कीटनाशक की बूंदें सूक्ष्म कणों में टूटकर पत्तों की सतह पर अच्छे से फैलती हैं. प्रो दीपक कुमार मंडल बताते हैं कि यह शोध सतत कृषि की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है. यह तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है और खेती को अधिक पर्यावरण-अनुकूल बना सकती है.

पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: Donald Trump: दो सौ साल पुराने एलियन एनिमीज एक्ट 1798 से चर्चा में डोनाल्ड ट्रंप

शोध से सामने आये महत्वपूर्ण निष्कर्ष


बड़े आकार की बूंदें जब जाली से गुजरती हैं, तो वे सूक्ष्म बूंदों में टूटकर पत्तों पर बेहतर ढंग से फैलती हैं. इसके साथ ही ऊंचाई से गिरने वाली बूंदें ज्यादा बिखरती हैं. इससे कीटनाशक की बर्बादी कम होती है. इससे कम नुकसान होता है. कम कीटनाशक में भी फसलों को अधिक सुरक्षा मिलती है. इससे मृदा के अंदर कीटनाशक कम जाता है. इसे भूमिगत जल भंडार का प्रदूषण भी कम होता है. इससे बेहतर फसलें मिलेंगी. इसके साथ ही खाने में कम रसायन होगा और ज्यादा पोषण मिलेगा.

पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: क्या चाहता है भारत का मुसलमान ? क्यों शिक्षा के क्षेत्र में वह अब भी है सबसे निचले पायदान पर

Guru Swarup Mishra
Guru Swarup Mishrahttps://www.prabhatkhabar.com/
मैं गुरुस्वरूप मिश्रा. फिलवक्त डिजिटल मीडिया में कार्यरत. वर्ष 2008 से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से पत्रकारिता की शुरुआत. आकाशवाणी रांची में आकस्मिक समाचार वाचक रहा. प्रिंट मीडिया (हिन्दुस्तान और पंचायतनामा) में फील्ड रिपोर्टिंग की. दैनिक भास्कर के लिए फ्रीलांसिंग. पत्रकारिता में डेढ़ दशक से अधिक का अनुभव. रांची विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में एमए. 2020 और 2022 में लाडली मीडिया अवार्ड.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel