एसएनएमएमसीएच में संचालित पेन क्लिनिक में मरीजों को दर्द से राहत पहुंचाने के लिए नयी सुविधा शुरू की गयी है. इसके तहत सोमवार को पहली बार इंट्रासिनोवियल प्रोसीजर किया गया. इस जटिल प्रक्रिया को एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीयूष सिन्हा ने अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया उन मरीजों के लिए वरदान साबित होगी, जो वर्षों से जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न और सूजन जैसी समस्याओं से परेशान हैं. इससमें जोड़ के भीतर स्थित सिनोवियल कैविटी में दवा पहुंचाई जाती है. यह दवा सीधे उस स्थान पर असर करती है, जहां सूजन या दर्द होता है. यह प्रक्रिया आमतौर पर घुटने, कंधे, कोहनी या कलाई जैसे जोड़ों में की जाती है, जहां पर पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटॉइड आर्थराइटिस या बर्साइटिस जैसी समस्याएं होती हैं.
अब मरीजों को नहीं जाना होगा बाहर :
डॉ पीयूष ने बताया कि इससे पहले धनबाद सहित आसपास के जिलों में इस तकनीक की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. मरीजों को इस वजह से अन्य जिलों में जाना पड़ता था. इससे न केवल आर्थिक बोझ बढ़ता था बल्कि समय भी ज्यादा लगता था. अब पेन क्लिनिक में इंट्रासिनोवियल प्रोसीजर शुरू हो जाने से मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही सुरक्षित और आधुनिक इलाज मिल सकेगा. दर्द से जल्द राहत मिलने के साथ-साथ यह प्रक्रिया कम खर्चीली, न्यूनतम साइड इफेक्ट्स वाली व तेजी से असरकारक है. डॉ पीयूष सिन्हा ने बताया कि आने वाले समय में इस तकनीक को और विकसित किया जायेगा, ताकि जॉइंट पेन के मरीजों को बेहतर राहत मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है