आइआइटी आइएसएम में बीटेक में नवप्रवेशित छात्रों के लिए शुक्रवार को इंडक्शन-कम-ओरिएंटेशन कार्यक्रम हुआ. दो सत्रों में पेनमैन ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को संस्थान की शैक्षणिक प्रणाली, सुविधाओं, इतिहास और छात्र जीवन से परिचित कराना था. संस्थान के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने सभी नवप्रवेशित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आइआइटी तक की यात्रा में उन्होंने कठिन परिश्रम किया है, लेकिन अब उनका नया सफर शुरू हो रहा है. जैसे ऊंची कूद (हाई जंप) करने वाला खिलाड़ी हर बार अपनी सीमा को चुनौती देता है, वैसे ही उन्हें भी अपने लक्ष्य निरंतर ऊंचे रखने होंगे. जीवन में सफलता के मानदंड बदलते रहते हैं और जो छात्र स्वयं को समय के अनुसार ढालता है, वही आगे बढ़ता है. वहीं डीन एकेडमिक प्रो एमके सिंह ने छात्रों को संस्थान की शैक्षणिक संरचना की जानकारी दी. डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो एसके गुप्ता ने हॉस्टल, स्टूडेंट सेंटर और खेलकूद की सुविधाओं पर प्रकाश डाला. डीन (कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन) प्रो रजनी सिंह ने आइआइटी आइएसएम की ऐतिहासिक विरासत को साझा करते हुए बताया कि यह संस्थान शीघ्र ही अपने स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण करेगा. डीन (इनोवेशन, इनक्यूबेशन व एंटरप्रेन्योरशिप) प्रो आलोक दास ने संस्थान के इनोवेशन सेंटरों की जानकारी दी. डीन (इंफ्रास्ट्रक्चर) प्रो अमित राय दीक्षित ने संस्थान की आधारभूत संरचनाओं और एमआईएस सिस्टम की जानकारी दी. वहीं, सेंट्रल लाइब्रेरी के प्रभारी प्रो. अजय मंडल ने बताया कि संस्थान की डिजिटल लाइब्रेरी 24×7 उपलब्ध है. कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने फैकल्टी सदस्यों से संवाद किया और संस्थान में अपने भविष्य की यात्रा को लेकर उत्साह व्यक्त किया.
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