इस्कॉन जगजीवन नगर की ओर से आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन स्टील गेट शिव मंदिर के पास से रथयात्रा निकाली गयी. इसमें बड़ी संंख्या में भक्तगण शामिल हुए. रथयात्रा सरायढेला, आइएसएम, हीरापुर व रणधीर वर्मा चौक होते हुए चार बजे गोल्फ ग्राउंड पहुंची. श्रीश्री जगन्नाथ प्रभु, उनके भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा को रथ पर विराजमान किया गया. भक्तों ने मृदंग, करताल पर संकीर्तन करते हुए रथ का स्वागत किया.आइएसएम और बीआइटी के छात्रों द्वारा जगन्नाथपुरी की 2000 वर्ष पुरातन पाहुंडी रीति के साथ पूजा की गयी.
ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक युक्त रथ पर सवार थे भगवान :
नगर भ्रमण के दौरान भगवान को ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक युक्त रथ पर सवार किया गया था. जगन्नाथ पुरी के रथ की अनुकृति करते हुए आसनसोल से चार सुंदर घोड़े मंगवा कर रथ में मढ़वाये गये थे. पाहुंडी के बाद मुख्य अतिथि मुंबई से आये इस्कॉन के ट्रस्टी देवकीनंदन प्रभु द्वारा इस्कॉन के संस्थापक आश्चर्यश्रील प्रभुपाद की गुरु पूजा की गयी. इस्कॉन धनबाद के अध्यक्ष नाम प्रेम प्रभु ने आरती की. विशिष्ट अतिथियों और गणमान्यों ने भी मौके पर श्री जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा की आरती व पूजा की. यात्रा में सांसद ढुलू महतो, धनबाद विधायक राज सिन्हा, पूर्व मेयर चंद्र शेखर अग्रवाल भी शामिल हुए. पुरी की प्रथा अनुसार एक सुंदर ओड़िशी नृत्य किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है