प्राइवेट बैंक व सूदखोर के जाल में फंसकर किडनी बेचने को मजबूर केंदुआ निवासी पूजा देवी से शुक्रवार को धनबाद विधायक राज सिन्हा ने मुलाकात की. विधायक पूजा देवी के घर पहुंचे और उनसे मामले की जानकारी ली. इस दौरान महिला ने प्राइवेट बैंक के कर्मियों द्वारा कर्ज को लेकर उनके साथ किये जा रहे बर्ताव की जानकारी विधायक को दी. बताया कि किस तरह एक किस्त नहीं चुकाने पर बैंक के कर्मी रात में उनके घर पहुंच कर बुरा बर्ताव करते हैं. भय से वह दूसरे के घर में जाकर रहने को मजबूर है. उनका पूरा परिवार डरा हुआ है. इसी वजह से परेशान होकर उन्होंने अपनी किडनी बेचकर कर्ज चुकाने का फैसला लिया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद विधायक ने दोनों प्राइवेट बैंकों के अधिकारियों से फोन पर बात की. उन्होंने उनसे कर्ज चुकाने के लिए महिला को कुछ माह की मोहलत देने का आग्रह किया. इधर, इस मामले को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) ने पूजा और उसके परिजनों को शनिवार दो अगस्त को डालसा के कार्यालय में बुलाया है. वहां डालसा सचिव उनसे मामले की जानकारी लेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
क्या है मामला :
केंदुआ बाजार में रहने वाली पूजा देवी की बाजार में एक छोटी सी दुकान है, जिस पर वह बैठती हैं. कमाई कोई खास नहीं है, इसलिए पति फेरी लगाने का काम करते हैं. आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उन लोगों ने दो प्राइवेट बैंक व केंदुआ की ही एक महिला से एक लाख रुपये कर्ज लिया. दोनों प्राइवेट बैंक का किस्त हर माह आठ-आठ हजार बनता है. इसके अलावा महिला का सूद अलग से. वह हर माह सबको पैसे चुकाती है. इस माह वह बैंकों को किस्त नहीं दे पायी है. इस वजह से बैंक के लोग उसे तबाह किये हुए हैं. उनकी धमकियों से पूरा परिवार भयभीत है. उनको किसी ने बताया कि अगर पैसे की जरूरत है, तो एक किडनी बेच कर व्यवस्था की जा सकती है. इस कारण वह एसएनएमएमसीएच का चक्कर काट रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है