झारखंड राज्य एकीकृत पोषण सखी संघ की बैठक रविवार को गोल्फ ग्राउंड में संघ की प्रदेश अध्यक्ष प्रमिला गुप्ता की अध्यक्षता में हुई. पोषण सखियों ने गांडेय विधायक कल्पना सोरेन का आभार जताया, जिनके प्रयास से पोषण सखियों की पुन: बहाली अक्तूबर 2024 में हुई थी. इस दौरान पोषण सखियों का मानदेय सेविका के बराबर करने, ड्रेस कोड लागू करने, पोषण सखियों की सेवा स्थायी करने, रिटायरमेंट व बीमा लागू करने संबंधी मांग राज्य सरकार से की गयी. मौके पर पोषण सखी रजिया खातून, शाहजादी अंजूम, हिना, तब्बसूम, खुशबू कुमारी, भजन साव, पार्वती सा, मुसरत आरा, रिंकू देवी, चिंता कुमारी, रौशन आरा, रजनी रवानी, अनिता कुमारी, रीता दास आदि मौजूद थीं.
विद्यालय रसोइया-संयोजिका को मिले उनका अधिकार
झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोईया संयोजिका अध्यक्ष संघ की बैठक रविवार को गोल्फ ग्राउंड में हुई. पांच सूत्री मांगों पर चर्चा की गयी. सभी रसोईया संयोजिका का न्यूनतम वेतन, पांच लाख का बीमा लागू करने, इपीएफ से जोड़ने, सरकारी छुट्टी देने, मातृत्व अवकाश देने समेत कई मांगों को रखा गया. प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति ने बताया कि रसोइया संयोजिका का गठन वर्ष 2004 में हुआ था. 20 साल से अधिक समय हो गये. लेकिन अभी तक स्थायीकरण करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गयी. न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जाती है. इनके हक से वंचित रखा जा रहा है. मांगों पर पहल नहीं होती है तो आनेवाले दिनों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा.
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