गैंगस्टर प्रिंस खान के गुर्गा रिमांड पर लिये गये बबलू ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि 21 जून 2025 को हासिम खरसावां आया था. उसने बताया कि बॉस प्रिंस खान व गोपी खान का एक काम है. पिछली बार की तरह की फिर से एक व्यवसायी की हत्या करनी है. काम खत्म होने के बाद पैसे मिल जायेंगे. उसी दिन वह हासिम, पीर मोहम्मद व अजय के साथ बस से शाम में धनबाद में बिरसा मुंडा पार्क के पास आया. यहां तनवीर, सरवर और मुन्ना पहले से मौजूद थे. इनसे मिलने के बाद हम चारों एक झोंपड़ीनुमा घर में गये. यहां हासिम ने कहा कि यहां सबकुछ मिल जायेगा. घर से नहीं निकलना है. यहां से हासिम और पीर मोहम्मद चले गये.
तनवीर ने दिया हथियार और वाहन :
बबलू ने बताया कि उसी रात तनवीर आया और बगल वाले कमरे को खोलकर हमलोगों को हथियार और वाहन दिखाया. उसने बताया कि एक-दो दिन में काम करना होगा. अगले दिन 22 तारीख को तनवीर अपनी स्कूटी से बारी बारी से उसे और पीर मोहम्मद, अजय व तनवीर को गोविंदपुर की तरफ ले कर गया. एक जगह दिखा कर कहा कि कल यहीं रात में काम करना है. टारगेट अभी यहां नहीं है. उसने घटना को अंजाम देने के बाद भागने का रास्ता भी दिखाया. उसने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए दो मुख्य शूटर पिंटू व एहसान आयेंगे, तब 23 जून को घटना को अंजाम देना है. 22 को ही रात 11 बजे तक पिंटू और एहसान भी आने वाले थे. इन्हें गाड़ी और हथियार देने के लिए मुन्ना गया था. उसने उन लोगों को हथियार दिया. इसके बाद बबलू और अजय निकले ही थे कि घर के चहारदीवारी के पास पुलिस आ गयी और अजय और मुझे पकड़ लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है