गोविंदपुर के केके पॉलिटेक्निक उप डाकघर में हुए 9.38 करोड़ रुपये के घोटाले में सीबीआइ ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आराेपियों को गुरुवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार आरोपियों में डाककर्मी सुमित कुमार सौरभ, अजय गोप, राजीव कुमार दत्ता, रंजीत कुमार, सागर कुमार व प्रमोद कुमार गोप हैं. पुलिस लाइन के निकट रहने वाला पोस्टल असिस्टेंट सुमित कुमार सौरभ झरिया में पदस्थापित था. वह फिलहाल निलंबित चल रहा है. अन्य पांच लोग आउटसोर्स कर्मी हैं. ये सीडीओ (सेंट्रलाइज्ड डिलीवरी ऑफिस) धनबाद में कार्यरत थे. सीबीआइ ने सभी को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया. पूछताछ करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया. सीबीआइ अभी भी कुछ नामजद अभियुक्तों की तलाश कर रही है.
16 अप्रैल 2024 को दर्ज हुई थी प्राथमिकी :
सीबीआइ धनबाद की टीम ने 16 अप्रैल 2024 को गोविंदपुर के केके पॉलिटेक्निक उप डाकघर में हुए 9.38 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी फंड के घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थी. मामले में सब पोस्टमास्टर सुमित कुमार सौरभ, परितोष लकड़ा, शंकर भाटिया व भरत प्रसाद रजक आरोपी बनाये गये थे. करीब सवा साल की जांच में पता चला कि इस घोटाले में कई अन्य लोग भी शामिल हैं.सभी खाताें की हो रही है जांच :
सूत्रों ने बताया कि सुमित कुमार सौरभ ने कई लोगों के खाता से करोड़ों रुपये ट्रांजेक्शन कर विभिन्न खाताें में डाले और बाद में उसे निकाल लिया. इसमें कई लोग शामिल थे. जांच के दौरान खाताें और ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी सीबीआइ के हाथ लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है