भागाबांध ओपी क्षेत्र अंतर्गत पेटिया जोरिया के निकट जुडको के निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) निर्माण के लिए डोजरिंग कार्य शुरू होते ही स्थानीय ग्रामीण व रैयतों ने रोक दिया. इसमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. भागाबांध ओपी प्रभारी धर्मराज कुमार व बोर्रागढ़ ओपी प्रभारी निरंजन कुमार सिंह ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, पर बात नही बनी. ग्रामीणों ने बताया कि नगर निगम की कचरा प्लांट को ग्रामीण पंचायत इलाके में हरगिज नहीं बनने देंगे. अंत में प्रभारी बीडीओ सह पुटकी के अंचलाधिकारी विकास आनंद की मौजूदगी में तय हुआ कि अगले बुधवार को पेटिया पंचायत सचिवालय में सीओ की उपस्थिति में माडा, जुडको व ग्रामीणों की त्रिपक्षीय बैठक होगी. इसमें माडा व ग्रामीण जमीन संबंधित कागजात प्रस्तुत करेंगे. मौके नियती देवी, सुनीता देवी, कुशमी देवी, लक्ष्मी कुमारी, मालती देवी, समीर महतो, कालीचरण महतो, रामप्रसाद सिंह, मनोज महतो, बिशू महतो, महेंद्र गोप आदि के अलावा जेएलकेएम के केंद्रीय उपाध्यक्ष सपन मोदक, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजकुमार महतो भी मौजूद थे.
सुबह से ही थी पुलिस बल की तैनाती :
कार्य शुरू करने को लेकर सुबह ही पुलिस लाइन से दो अधिकारी व 80 महिला-पुरुष जवानों की तैनाती की गयी थी. सीओ ऑफिस के कर्मी छत्रधारी रविदास दंडाधिकारी थे. ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा. 19 एकड़ में प्लांट निर्माण की योजना है. जुडको के प्रोजेक्ट प्रबंधक एडी विहान ने बताया कि पेटिया में 15 एमएलडी सहित ननि क्षेत्र में 514 करोड़ की लागत से पांच स्थलों रामपुर मलकेरा, परसबनिया, बलियापुर व बाघमारा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना है. रामपुर में काम शुरू हो गया है. लागत राशि का 30 प्रतिशत सिविल कार्य पर खर्च होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है