राज्य के विभिन्न जिलों से उर्वरक, बीज व खाद की कालाबाजारी व गलत दरों पर बिक्री की शिकायतें मिलने पर धनबाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है. किसानों को निर्धारित मूल्य पर कृषि सामग्री उपलब्ध कराने को लेकर प्रशासन ने एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है. टीम में जिला स्तर पर एसडीओ व डीएओ को रखा गया है. वहीं प्रखंड स्तर पर कृषि विभाग के एक-एक पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि शामिल हैं. यह टास्क फोर्स जिले के विभिन्न प्रखंडों में दुकानों की जांच कर सुनिश्चित करेगी कि किसानों से निर्धारित दर से अधिक राशि ना वसूली जाये. टास्क फोर्स दुकानों में स्टॉक रजिस्टर, बिल और मूल्य सूची की जांच करेगी. यदि किसी विक्रेता द्वारा अधिक दाम वसूलने या घटिया गुणवत्ता की सामग्री बेचने की शिकायत मिलती है, तो कड़ी कार्रवाई होगी. इसमें लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है. प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे उर्वरक या बीज खरीदते समय बिल जरूर लें. कोई अनियमितता दिखे तो इसकी सूचना तुरंत कृषि विभाग या प्रखंड कार्यालय को दें.
किसानों को नि:शुल्क मिलेगा उड़द, अरहर व मड़ुआ का बीज
धनबाद. जिले में मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित करने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को नि:शुल्क उड़द, अरहर व मड़ुआ का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी अभिषेक मिश्रा ने बताया कि जिले को उड़द के 121 क्विंटल, अरहर का 72 क्विंटल व मड़ुआ के 46 क्विंटल बीज उपलब्ध कराया गया है. यह योजना विशेष रूप से लघु व सीमांत किसानों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गयी है. डीएओ ने बताया कि इच्छुक किसान एटीएम, बीटीएम व प्रखंड कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर बीज प्राप्त कर सकते हैं.
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