एक जुलाई से एसएनएमएमसीएच के मरीजों को रक्त के लिए निजी केंद्र पर निर्भर रहना होगा. ऐसा इसलिए, क्योंकि रीएजेंट किट नहीं होने से एसएनएमएमसीएच में विभिन्न तरह के रक्त सैंपलों की जांच बंद है. वर्तमान में एसएनएमएमसीएच परिसर स्थित पीपीपी मोड पर संचालित एगिलस डायग्नोस्टिक (एसआरएल) के केंद्र में मरीज अपना रक्त जांच करवाते थे. 30 जून को एगिलस डायग्नोस्टिक का करार समाप्त हो रहा है. जानकारी के अनुसार इस बार स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने एगिलस डायग्नोस्टिक को रक्त सैंपलों की जांच के लिए एक्सटेंशन नहीं दिया है. ऐसे में एक जुलाई से एगिलस डायग्नोस्टिक का काम पूरी तरह बंद हो जायेगा. अबतक एक्सटेंशन नहीं मिलने पर एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने कंपनी को जगह खाली करने को कह दिया है.
सरकारी पैथोलॉजी में सिर्फ ब्लड ग्रुप व सुगर व यूरिन जांच है बंद :
बता दें कि लगभग एक माह से एसएनएमएमसीएच के सरकारी पैथोलॉजी केंद्र में विभिन्न तरह की रक्त जांच बंद है. लगभग एक माह पहले सरकारी पैथोलॉजी केंद्र में विभिन्न तरह की रक्त जांच के लिए आवश्यक रीएजेंट किट समेत अन्य केमिकल समाप्त हो चुका है. वर्तमान में ब्लड ग्रुप व सुगर व यूरिन जांच की सुविधा ही सरकारी पैथोलॉजी केंद्र में उपलब्ध है.टेंडर की पेंच में फंसा रीएजेंट किट खरीदारी का मामला :
अस्पताल के सरकारी पैथोलॉजी केंद्र में रीएजेंट किट का मामला टेंडर की पेंच में फंसा हुआ है. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार रीएजेंट समेत अन्य आवश्यक केमिकल की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है. कई सप्लायर इस टेंडर में शामिल भी है. इस प्रक्रिया को पूरा होने में कुछ वक्त लगने की बात एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने कही है.मरीजों की सहूलियत के लिए एगिलस को दी गयी थी जांच की जिम्मेवार :
बता दें कि एसएनएमएमसीएच के सरकारी पैथोलॉजी केंद्र में आये दिन रीएजेंट किट समेत केमिकल के खत्म होने से मरीजों का रक्त जांच प्रभावित होता था. वही विभिन्न तरह के रक्त जांच की सुविधा भी सरकारी केंद्र में उपलब्ध नहीं है. इस समस्या को देखते हुए स्वास्थ्य मुख्यालय ने पीपीपी मोड पर एगिलय डायग्नोस्टिक को मरीजों की रक्त जांच की जिम्मेवारी सौंपी थी. कंपनी द्वारा रियायती दर पर मरीजों का रक्त जांच किया जाता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है