Dhanbad News: जाति, धर्म व वर्ग विभेद के नाम पर केंद्र सरकार देश के लोगों को बांट रही है. अंध राष्ट्रवाद का विरोध करने वाली आवाज मौजूदा सरकार को नागवार गुजर रही है. ये बातें जलेस के राष्ट्रीय पदाधिकारी डॉ अली इमाम खां ने रविवार को कही. मौका था झरिया अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित जलेस धनबाद जिला के 17 वें सम्मेलन का.
अभिव्यक्ति की आजादी पर हमले
डॉ इमाम ने कहा कि संविधान, लोकतंत्र, जनवाद व प्रगतिशील लोगों पर केंद्र सरकार की टेढ़ी नजर है. वर्तमान समय में सत्ता के वर्चस्व को देखते हुए लेखकों, संस्कृति कर्मियों के बीच एकता जरूरी है, तभी हम बेहतर जिंदगी जी सकते हैं. डॉ बलभद्र ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के दम पर चल रही है. प्रतिरोध का स्वर उसे अच्छा नहीं लगता है. वे हिंदू राष्ट्र गढ़ने की प्रक्रिया में हैं. अनवर शमीम ने कहा कि हिंदूवादी संगठनों का रवैया ठीक नहीं है. परोक्ष रूप से अभिव्यक्ति की आजादी पर रोज हमले हो रहे हैं. अध्यक्षता डॉ मृणाल ने की. संचालन डॉ अशोक कुमार ने किया. वक्ताओं में प्रो राजेंद्र सिंह, वर्षा सिंह, हिमांशु शेखर चौधरी, लाल दीप गोप, संतोष शिशिर, डॉ सुनील, कुमार सत्येंद्र, नारायण चक्रवर्ती आदि थे. मौके पर रूपलाल बेदिया, गंगाशरण शर्मा, मनोज चौरसिया, संतोष कुमार महतो, चितरंजन आदि थे.
जलेस जिला कमेटी गठित
संगठन की जिला समिति में संरक्षक डॉ मृणाल व डॉ सुनील सिन्हा को बनाया गया. अध्यक्ष अनवर शमीम, उपाध्यक्ष नारायण चक्रवर्ती, रूपलाल बेदिया, वर्षा सिंह, महादेव चटर्जी, वहीं सचिव अशोक कुमार साहु, संयुक्त सचिव हिमांशु शेखर चौधरी, चित्तरंजन गोप लुकाठी, अशोक कुमार निषाद, कोषाध्यक्ष जियाउर रहमान बने. कार्यकारिणी में आनंद महतो, इम्तियाज बिन अजीज, मनोज चौरसिया, शांतनु चक्रवर्ती, विकास कुमार ठाकुर, राज नारायण तिवारी, संतोष कुमार महतो, जनकदेव जनक सहित 19 शामिल हैं. मौके पर गंगाशरण शर्मा, शिव बालक पासवान, भगवान दास , नौशाद अंसारी, रामवृक्ष धारी, भोला माली आदि थे.
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