मंगलवार देर रात शुरू हुई बारिश गुरुवार दोपहर 1.30 बजे तक रुक-रुक कर होती रही. इसके बाद थोड़ी राहत मिली. हालांकि रात में फिर झमाझम बारिश शुरू हो गयी. पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान और उससे सटे झारखंड पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार की सुबह 8.30 बजे तक स्थित रहा. इधर, जिले में लगातार हो रही बारिश आफत बन गयी है. आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. नगर निगम क्षेत्र के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बेहद गंभीर हो गयी है. घरों और दुकानों में पानी घुस जा रहा है. स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति कम हो गयी है. दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. इन तमाम दुश्वारियों के बीच लोग मॉनसून से निबटने के लिए नगर निगम द्वारा की गयी तैयारियों पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि हर साल बारिश में लोगों का जीवन नारकीय हो जाता है, लेकिन निगम सबक नहीं लेता है.
गुरुवार को तेज बारिश से सड़कें जलमग्न हो गयीं.
दुकानों और रिहायशी क्षेत्रों में पानी भर गया. सरायढेला के भुईफोड़ मोड़ के पास कई व्यावसायिक परिसरों में पानी घुस गया. इससे लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान पहुंचा है. शहर के बेकारबांध, बाबूडीह, गांधी रोड, मटकुरिया, वासेपुर व पॉलिटेक्निक रोड जैसे इलाकों से घरों में पानी भरने की शिकायतें मिलीं. जयप्रकाश नगर, ग्रेवाल कॉलोनी व आइएसएम बाइपास रोड जैसी सड़कों पर जलजमाव से आवागमन बाधित हो गया. कई जगहों पर भारी पेड़ गिर गये. इससे यातायात बाधित हुआ. जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने की वजह से यह समस्या पैदा हुई. कई जगहों पर नाली का पानी ओवर फ्लो होकर सड़कों पर आ गया. तपोवन कॉलोनी की सड़कें पानी में डूबी हुई हैं.नावाडीह के लोग घर छोड़ने को हुए विवश :
लगातार हो रही बारिश से नावाडीह के लोगों का जीवन कठिन हो गया है. जल-जमाव से यह कॉलोनी टापू बन गयी है. यहां के कई घरों में घुटने भर पानी भर गया है. अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी गाड़ियां डूब गयीं. इससे परेशान होकर कई परिवार अपना घर छोड़ कर दूसरी जगह रहने को विवश हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम क्षेत्र में नहीं आने से इस इलाके पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. पंचायत की तरफ से भी कोई सुनवाई नहीं होती है.जिले में कहां क्या हुआ नुकसान
-बलियापुर के सिंदूरपुर गांव में कमरुद्दीन अंसारी, बेड़ा नियामतपुर में अब्दुल जब्बार, कुशबेड़िया मल्लिक टोला में सविता देवी का मिट्टी का घर गिर गया. बलियापुर नीचे टोला में सुबोध धीवर का कच्चा घर गिर गया.-बाघमारा. डुमरा दीवानटोला में दिव्यांग पुष्पा देवी का मिट्टी का घर गिर गया. लोग बाल-बाल बचे. बारिश से गोमो-आद्रा रेल मार्ग पर डुमरा तेलोटांड़ के पास अंडरपास में पानी भर गया.-बरोरा की दरिदा पंचायत के पोचरी बस्ती बरघुटू टोला में अनिता देवी पति स्व. सीताराम मांझी के खपरैल घर का कुछ भाग बुधवार की देर रात भरभराकर गिर गया.-लोयाबाद के सेंद्रा दुर्गा मंदिर के समीप रहनेवाली सोनिया देवी के आवास की चहारदीवारी धंस गयी.
-बीसीसीएल अलर्ट पर है. अंडरग्राउंड व ओपन कास्ट माइंस में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है. जून से अब तक कोयला उत्पादन काफी प्रभावित हुआ है. उत्पादन में 22.36% की गिरावट दर्ज की गयी है. डिस्पैच भी प्रभावित हुआ है.-मैथन एवं पंचेत डैम में पानी का जमाव काफी तेजी से हो रहा है. मैथन डैम की एक गैलरी खोली गयी है. दोनों डैम के निचले इलाके में रहनेवाले लोगों को सचेत किया गया है. केंद्रीय जल आयोग नजर बनाये हुए है.-बरोरा के लाला कोठी धौड़ा के दर्जनाधिक घरों में बारिश का पानी घुस गया. खरखरी कॉलोनी के श्रमिक आवासों में भी पानी घुस गया.-अग्नि-प्रभावित इलाकों में धंसान, गोफ व गैस रिसाव से दहशत
-दामोदर नदी का जलस्तर बढ़ने से झरिया व पुटकी के आसपास के क्षेत्रों में जल संयंत्र केंद्र जामाडोबा से जलापूर्ति प्रभावित.-पूर्वी गोविंदपुर क्षेत्र के देवली के समीप एनएच 19 के अंडरपास सर्विस रोड पर जल-जमाव होने से राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है