प्रतिनिधि, हंसडीहा सावन की अंतिम सोमवारी पर बाबा बासुकिनाथ धाम में जलार्पण को लेकर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. हंसडीहा प्रशासनिक टोकन शिविर से रविवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 10 बजे तक कुल 4011 डाक बमों को टोकन जारी किया गया, जो भागलपुर से गंगाजल लेकर ””बोल बम”” के जयकारों के बीच बासुकिनाथ रवाना हो गये. डाक बम न केवल आस्था और श्रद्धा के प्रतीक हैं, बल्कि ये सावन के महीने में शिवभक्ति के सबसे तेज और संकल्पित रूप माने जाते हैं. व्रत, नियम, संयम और पूर्ण समर्पण के साथ ये शिवभक्त बिना रुके, बिना थके एक ही झटके में बाबा को जल चढ़ाने के लिए निकलते हैं. ये यात्रा सिर्फ शारीरिक नहीं, आध्यात्मिक ऊर्जा से भी परिपूर्ण होती है. बासुकिनाथ के अतिरिक्त हंसडीहा के बालेश्वरनाथ, सुमेश्वरनाथ, सिरसानाथ, धनेश्वरनाथ और रणबहियार के प्रसिद्ध शिवालयों के लिए भी श्रद्धालुओं की टोलियां गंगाजल लेकर रवाना होती रहीं. टोकन वितरण और मार्ग संचालन की निगरानी स्वयं बीडीओ महेश्वरी प्रसाद यादव, सीओ राहुल कुमार सानु, हंसडीहा सर्किल इंस्पेक्टर विशुनदेव पासवान एवं थाना प्रभारी प्रकाश सिंह ने किया. सामाजिक संगठनों द्वारा डाक बमों की सेवा में नि:शुल्क जलपान शिविर, प्राथमिक उपचार केंद्र तथा भक्ति संगीत के आयोजन किए गये. श्रद्धालुओं की सेवा में रातभर लोग तन-मन से जुटे रहे.
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