दुमका. दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग को लेकर पिछले दो वर्षों से लगातार धरना-प्रदर्शन जारी है. रविवार को भी स्टेशन परिसर के पास लोगों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट कहना है कि चाहे एक वर्ष लगे या दस, जब तक कोयला रैक नहीं हटाया जाएगा, आंदोलन चरणबद्ध तरीके से चलता रहेगा. कुछ दिन पहले आंदोलनकारियों ने प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद डांडेल को ज्ञापन सौंपकर कोयला रैक हटाने की मांग की थी. मंजू गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो लोग वोट बहिष्कार तक करेंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोयला डंपिंग यार्ड से निकलने वाला कोयला डस्ट आसपास के निवासियों और छात्रों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है. दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, राजकीय पॉलिटेक्निक, आईटीआई, एसपी कॉलेज, एएन कॉलेज, बेथेल मिशन सहित दर्जनों शैक्षणिक संस्थान इसके कारण प्रभावित हो रहे हैं, जहां पढ़ने वाले बच्चों को धूल और प्रदूषण से परेशानी हो रही है. प्रदर्शन में रवि शंकर मंडल, संजय मंडल, विष्णु यादव, विमल मरांडी, गोवर्धन मंडल, अभय गुप्ता समेत कई स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. जनता की यह मांग अब सामूहिक आंदोलन का रूप लेती जा रही है, जो प्रशासन पर निर्णायक कार्रवाई का दबाव बना रही है.
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