समाज में लैंगिक संवेदनशीलता की समझ को बढ़ावा देना है मुख्य उद्देश्य संवाददाता, दुमका सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार बुधवार से शुरू होगा. सेमिनार लैंगिक संवेदनशीलता पर आधारित है. सेमिनार के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो जवाहर लाल होंगे. इसमें देश भर से जेंडर विषय पर प्रमुख वक्ता भाग लेंगे. सेमिनार का मुख्य विषय ”हम झारखंड की महिलाएं: संस्कृति, विकास और समाज” रखा गया है. आयोजन का उद्देश्य समाज में लैंगिक संवेदनशीलता की समझ को बढ़ावा देना, लैंगिक भेदभाव को चुनौती देना और महिलाओं के अधिकारों और उनकी स्थिति को लेकर जागरुकता फैलाना है. सेमिनार काे झारखंड सरकार के उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित किया गया है. इसमें देशभर से लगभग 100 शोधार्थी अपने शोध-पत्र प्रस्तुत करने के लिए पंजीकृत हैं. ये शोधार्थी शोध प्रस्तुतियों में लैंगिक संवेदनशीलता, सामाजिक विकास, संस्कृति और महिलाओं की सामाजिक स्थिति पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत करेंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिमल प्रसाद सिंह करेंगे, जबकि सेमिनार के संयोजक स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अजय सिन्हा होंगे. आयोजन सचिव के रूप में स्नातकोत्तर इतिहास विभाग की सहायक प्राध्यापक अमिता कुमारी कार्यरत रहेंगी. सेमिनार लैंगिक संवेदनशीलता को लेकर जागरुकता फैलाने का महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य समाज में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करना, आत्मसम्मान की भावना को प्रोत्साहित करना और विभिन्न लिंगों के प्रति स्वीकृति और समझ को बढ़ावा देना है. इस आयोजन में देशभर के नामी और प्रतिष्ठित वक्ता शामिल होंगे, जो लैंगिक आधारित मुद्दों पर अपने अनुभव और विचार साझा करेंगे. यह सेमिनार महिला सशक्तीकरण, लैंगिक समानता और सामाजिक विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा. संयोजक डॉ अजय सिन्हा ने कहा है कि सभी इच्छुक शोधार्थी और समाजसेवी से इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर लिंग संवेदनशीलता के प्रति अपनी जिम्मेदारी और जागरुकता को और बढ़ा सकते हैं.
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