रानीश्वर. अपग्रेडेड प्लस 2 हाईस्कूल बृंदावनी में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बृंदावनी मिडिल स्कूल को 2013 में हाईस्कूल में बदला गया था, जिसके बाद 2024 में इसे प्लस 2 में अपग्रेड किया गया है. हाईस्कूल के लिए 6 कमरों का भवन है, जिनमें से एक कमरा आईटी लैब और दूसरा कमरा साइंस लैब के लिए है. बाकी 4 कमरों में बच्चों को बैठाया जाता है. भारी बारिश होने पर छत से पानी टपकता है. मिडिल स्कूल के लिए अलग से एक भवन है, लेकिन दो साल से शिक्षक नहीं होने के कारण मिडिल स्कूल के बच्चों को हाईस्कूल के भवन में ही शिफ्ट कर दिया गया है. दोनों भवन एक ही कैंपस में नहीं हैं, बल्कि थोड़ी दूरी पर हैं. यहां कक्षा पहली से आठवीं तक 250 बच्चे नामांकित हैं, जबकि कक्षा नौवीं और दसवीं में 251 बच्चे नामांकित हैं. 11वीं में 90 और 12वीं में 56 बच्चे हैं. अभी भी नामांकन जारी है. स्कूल में मिडिल स्कूल स्तर पर एक भी शिक्षक नहीं है. वहीं, प्लस 2 में अपग्रेड किए जाने के बावजूद प्लस 2 के लिए भी शिक्षक नियुक्त नहीं किए गए हैं. सिर्फ हाईस्कूल के लिए 8 शिक्षक हैं, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित-भौतिक विज्ञान, संस्कृत, भूगोल, बांग्ला, अर्थशास्त्र और इतिहास नागरिक विषय के शिक्षक नियुक्त हैं. इंटर में कला और विज्ञान संकाय में बच्चों का नामांकन लिया जा रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
स्कूल में प्राथमिक और मिडिल स्कूल स्तर के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. इंटर के लिए शिक्षक नियुक्त नहीं किए गए हैं. शिक्षकों के साथ-साथ क्लासरूम की भी आवश्यकता है.
विश्वनाथ बाउरी, प्रभारी प्राचार्यसरकार की ओर से बृंदावनी मिडिल स्कूल को पहले हाईस्कूल, उसके बाद प्लस 2 में अपग्रेड कर दिया गया है, पर पढ़ाई के लिए न तो शिक्षक नियुक्त किए गए और न ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.काजल कुमार लाहा, ग्रामीणबृंदावनी स्कूल को प्लस टू हाईस्कूल में अपग्रेड किए जाने से रानीश्वर प्रखंड के साथ-साथ मसलिया प्रखंड के बच्चों को भी इंटर तक पढ़ाई की सुविधा मिलेगी, पर विषयवार शिक्षक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए.
डॉ आनंद गोपाल दत्त, ग्रामीणअपग्रेड प्लस 2 हाईस्कूल बृंदावनी से आसपास की बच्चियों को पढ़ाई करने की सुविधा मिलेगी, पर पढ़ाई के लिए सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. शिक्षकों के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हों.मनोरथ गोराई, ग्रामीणबृंदावनी में प्लस टू हाईस्कूल बनने से बृंदावनी, बांसकुली, बिलकांदी आदि पंचायत के अलावा मसलिया प्रखंड के बच्चों को भी इंटर तक पढ़ने की सुविधा होगी, पर इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि सरकार शिक्षक नियुक्त करने की पहल करे.
शंकर राउत, ग्रामीणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है