शिकारीपाड़ा. राजकीय कन्या मध्य विद्यालय शिकारीपाड़ा की दो कमरे की छत झड़ने से किसी अप्रिय घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. इस भवन का निर्माण 1996 में किया गया था. इस मध्य विद्यालय में पहली से पांचवीं कक्षा तक 125 व छठी से आठवीं कक्षा तक 190 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. साथ ही इस विद्यालय परिसर में एक आंगनबाडी केंद्र भी संचालित है. खेलकूद के दौरान बच्चे परिसर में विचरण करते रहते हैं. ऐसे में भवन की छत झड़ने से हमेशा किसी अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है. प्रभारी प्रधानाध्यापक जार्ज पी हेंब्रम ने बताया कि इस भवन की मरम्मत को लेकर जिला को कई बार शिकायत की गयी है. पर आज तक न किसी तरह की कार्रवाई की गयी है और न ही किसी प्रकार का निर्देश ही प्राप्त हुआ है. इस भवन के बरामदे में सामने बांस दिया गया है पर इस भवन से सटे दूसरे कमरे में कक्षा संचालित होती है. बीईईओ सुरेंद्र हेंब्रम का कहना है कि राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की जर्जर भवन की कनीय अभियंता को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया. शीघ्र ही समुचित कार्रवाई की जाएगी.
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