रामगढ़. पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चलाए जा रहे जन जागरण अभियान के बावजूद बच्चा चोरी की अफवाह थमने का नाम नहीं ले रही है. बच्चा चोरों के संदेह में ग्रामीणों द्वारा कानून को हाथ में लेने की घटनाएं लगातार घट रही हैं. बुधवार की शाम लगभग 4:00 बजे रामगढ़ थाना क्षेत्र के भातुडिया बी गांव के शंकरपुर में ग्रामीणों ने चार व्यक्तियों को बच्चा चोर होने के संदेह में पकड़ लिया. इन चारों को चिहुटिया गांव की तरफ से ग्रामीण खदेड़ते हुए आ रहे थे. चारों व्यक्ति शंकरपुर में ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए. शंकरपुर में आसपास के गांव के सैकड़ों लोग जमा हो गए थे तथा उन्होंने चारों व्यक्तियों की जमकर पिटाई कर दी. इसी बीच किसी ने रामगढ़ थाना प्रभारी को मामले की सूचना दी. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मनीष कुमार पुलिस टीम के साथ शंकरपुर गांव पहुंचे तथा चारों व्यक्तियों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया. पुलिस चारों व्यक्तियों को थाने ले गयी है. चारों व्यक्तियों के पास मिले पहचान पत्र से उनकी पहचान सड़क टोला सुंदर मोड़, जिला गोड्डा निवासी नंदलाल गोस्वामी, हाट बंका जिला गोड्डा निवासी प्रदीप गोस्वामी, सुंदर मोड़ जिला गोड्डा निवासी मोहन गोस्वामी तथा हाट बंका जिला गोड्डा निवासी मनोज मंडल के रूप में हुई है. शुरुआती पूछताछ में उन चारों ने बताया है कि वे लोग गांव-गांव घूम कर झाड़-फूंक तथा इलाज करते हैं. इसी कार्य से मिले पैसे एवं अनाज आदि से इन लोगों का गुजर-बसर होता है. मोहन गोस्वामी इन चारों का प्रधान है. झारखंड के सिलसिले में विभिन्न गांव में घूमते हुए वे लोग चिहुटिया गए थे. वहां ग्रामीणों ने इन लोगों को बच्चा चोर कहकर खदेडना शुरू कर दिया. अफवाह में ही बच्चा चोरों के पकड़ाने की खबर सुनकर जुटी भीड़ ने चारों की पिटाई भी की. यदि किसी समझदार ग्रामीण ने समय रहते पुलिस को सूचना नहीं दी होती और पुलिस समय पर शंकरपुर नहीं पहुंचती तो कोई बड़ी दुर्घटना घटने से इनकार नहीं किया जा सकता था.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी :
पूरे जिले में बच्चा चोरी का एक भी मामला सामने नहीं आया है. असामाजिक तत्व अफवाह फैलाकर माहौल खराब कर रहे हैं. ग्रामीणों के बीच लगातार बच्चा चोरी की अफवाह से सावधान रहने तथा किसी भी परिस्थिति में कानून हाथ में न लेने की अपील लगातार की जा रही है. फिर भी ऐसी घटनाओं का घटना दुःखद है. ग्रामीण बेवजह बाहरी लोगों को निशाना बना रहे हैं. यदि ग्रामीणों को किसी पर संदेह होता है तो उसे गांव में प्रधान के हवाले करें तथा पुलिस एवं प्रशासन को सूचित करें. किसी भी परिस्थिति में मारपीट ना करें. अन्यथा कानून हाथ में लेने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
– मनीष कुमार, थाना प्रभारी, रामगढ़.B
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