हर हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान है बासुकिनाथ मंदिर. श्रावणी मेला के 23वें दिन 1.16 लाख कांवरियों ने फौजदारी बाबा पर किया जलार्पण.
बासुकिनाथ. राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव के 23वें दिन सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि शनिवार को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में कांवरियों की भीड़ लगी रही. सुबह से ही मंदिर में अरघा लगाया गया था. शाम करीब 3.45 बजे भीड़ नियंत्रण होने के बाद मंदिर गर्भगृह में स्पर्श पूजा शुरू हुई. स्पर्श पूजा कर गर्भगृह से बाहर निकलने वाले श्रद्धालु काफी उत्साहित हो रहे थे. कहा कि 10 मिनट पहले आता तो अरघा में जल डालना पड़ता, लेकिन बाबा की कृपा से गर्भगृह में स्पर्श पूजा की. तीन बजे भोर से ही मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट व मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. सरकारी पूजा के बाद गर्भगृह का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. सुबह कपाट खुलने के बाद शिवलिंग का दूध और जल से अभिषेक किया गया. इसके बाद पुष्प, बेलपत्र, आंक और धतूरा अर्पित कर महाआरती की गयी. सरकारी पूजा संपन्न होने के बाद श्रद्धालुओं द्वारा जलार्पण का सिलसिला शुरू होता था, जो देर शाम तक चल रहा है. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 1.16 लाख कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गूंजता रहा. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. कांवरियों की कतार दर्शनीयाटिकर रिंग रोड होते हुए शिवगंगा शेड, क्यू कॉम्पलेक्स, फलाहारी धर्मशाला व संस्कार मंडप होते हुए मंदिर प्रांगण में प्रवेश किया. वहीं मंदिर संकीर्तनशाला के समीप जलार्पण काउंटर पर शिवभक्त कांवरियों ने जल डाला. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 9,721 श्रद्धालुओं ने जलार्पण काउंटर का लाभ उठाया. यहां डाले गये जल सीधे पाइप द्वारा मंदिर गर्भगृह में शिवलिंग पर गिरता है. शारीरिक रूप से अक्षम और वृद्ध श्रद्धालुओं के लिए विशेष जलार्पण काउंटरों की व्यवस्था की गयी है, जहां से वे एलइडी टीवी पर गर्भगृह में लाइव दर्शन भी कर सकते हैं. भक्त इसे इंटरनेट पूजा भी कहते हैं. कांवरियों को सुविधा प्रदान करने और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था की गयी है. अधिकारी नियंत्रण कक्ष से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं.मंदिर को 15,60,517 रुपये की हुई आमदनी :
शिव मंदिर न्यास पर्षद को शनिवार को विभिन्न श्रोतों से 15 लाख 60 हजार 517 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर दानपेटी से 41,320 तथा गर्भगृह गोलक से 60,440 रुपये नगद प्राप्त हुए. अन्य स्रोतों से 5257 रुपये मंदिर को आमदनी हुई. गोलक से निकली राशि की गिनती मंदिर प्रशासनिक भवन में सीसीटीवी व अधिकारी की निगरानी में की गयी.4845 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम किया :
शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत शनिवार को 4845 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ पर सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत मंदिर न्यास पर्षद को 14 लाख 53 हजार 500 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिये खुश हैं. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.रायपुर कांवर मंडली के दर्जनों सदस्यों ने आरती की :
श्रावणी मेला में रायपुर कांवर मंडली ने जलार्पण किया. इसके बाद मंदिर प्रांगण में एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर गले मिले. कांवरिया मंडली के अमरजीत पोद्दार, पवन घिड़िया, शंकर गोयनका, पूनम अग्रवाल आदि भक्तों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से मंडली के सदस्य उत्तरवाहिनी गंगाजी सुल्तानगंज से जल लाकर बाबा भोलेनाथ का जलार्पण करते रहे हैं. मंडली के दर्जनों सदस्यों ने फौजदारी बाबा का जलार्पण कर मंदिर परिसर में भव्य आरती की. मंडली के सदस्यों ने बताया कि सावन में बाबा पर जलार्पण के बाद मन को असीम शांति मिलती है. हर साल बाबा का बुलावा जाता है और हम सभी मंडली के सदस्य सुल्तानगंज कांवर उठाने निकल पड़ते हैं. बाबा पर जल चढ़ाने के बाद साल भर सभी काम बढ़िया से होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है