गालूडीह.
सुवर्णरेखा परियोजना के गालूडीह बराज के 18 में से 11 गेट बुधवार को खोल दिये गये. इससे गालूडीह से बहरागोड़ा तक नदी उफान पर है. लगातार बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ गया है. सुवर्णरेखा परियोजना के मुख्य अभियंता राम निवास प्रसाद ने बताया कि सुवर्णरेखा नदी में बराज से प्रति सेकेंड 3678.46 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. बराज में 90 मीटर आरएल पानी का स्तर है. मंगलवार को बराज के आठ गेट खुले थे. परियोजना जब-जब पानी छोड़ रहा है, तब-तब सायरन बजाकर तटवर्ती गांवों के मछुआरों को अलर्ट कर रहा है.एक-एक मछुआरा रोज 20 से 30 किलो मछली पकड़ रहे
बराज के गेट खुलने से मछलियों की आमदनी बढ़ गयी है. दिगड़ी, गाजूडीह, रुआम, कुमीरमुढ़ी आदि तटवर्ती गांवों के मछुआरे जाल से मछली पकड़ रहे हैं. एक-एक मछुआरा हर दिन 20 से 30 किलो मछली पकड़ रहा है. मछुआरे डैम के ऊपर दुकान लगाकर मछली बेच रहे हैं. जमशेदपुर, जादूगोड़ा, गालूडीह, घाटशिला के कई मछली व्यापारी यहां खरीदने आ रहे हैं.बागजाता माइंस गेट जाने वाली सड़क बदहाल, बड़ी आबादी बेहाल
मुसाबनी.
यूसीआइएल की बागजाता खदान के मुख्य गेट से लटिया डुंगरीडीह तक सड़क निर्माण अबतक पूरा नहीं हो पाया है. ज्ञात हो कि ग्रामीणों के आंदोलन के बाद सड़क की जल्द मरम्मत व निर्माण प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया गया था. इसके बाद यूसीआइएल प्रबंधन ने सड़क के कुछ हिस्से में स्लैग डालकर चलने लायक बनाया है. भादुआ चौक के समीप सड़क जर्जर है. इसकी मरम्मत नहीं हुई है. बारिश में भादुआ चौक के समीप मुख्य सड़क पर गड्ढे में पानी भर जाने से ग्रामीणों को आवागमन करने में परेशानी हो रही है. बाकड़ा चौक के समीप सड़क किनारे की नाली जाम होने से बारिश का पानी सड़क पर बह रहा है. सड़क पर करीब एक से डेढ़ फीट तक बहते पानी से होकर ग्रामीणों को आवागमन करना पड़ रहा है. जर्जर सड़क की मरम्मत नहीं होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में रोष है.चाकुलिया : लगभग 70 घर गिरे, 51 सूचीबद्ध
चाकुलिया प्रखंड में अबतक 70 से अधिक घर गिर चुके हैं. इनमें से 51 घरों को अंचल कार्यालय ने सूचीबद्ध किया है. इनमें से आठ घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. शेष 43 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.मुआवजा के लिए सीओ नवीन पूर्ति ने जिला कार्यालय भेज दिया है. पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त घरों को मुआवजा के तौर पर 95 हजार 100 रुपये व आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घर को मरम्मत के लिए 3200 का मुआवजा देने का सरकारी प्रावधान है. बारिश से कच्चे मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान श्यामसुंदरपुर गांव में हुई है. श्यामसुंदरपुर गांव के 21 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. चाकुलिया नगर पंचायत स्थित नागा बाबा मंदिर की लगभग 30 फीट दीवार बारिश से गिर गयी है. परमानंद सिंह की चहारदीवारी भी गिर गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है