पटमदा.
बोड़ाम के बांदरजलकोचा में आदिम जनजाति के 16 पहाड़िया परिवार वर्षों से रह रहे हैं. दलमा के तराई पर आदिकाल से रहने वाले इन परिवारों को सरकार ने वनपट्टा भी दिया. इसके बावजूद वन विभाग ने वन भूमि पर पक्का मकान बनाये जाने पर घर खाली करने का नोटिस जारी किया है. इससे आदिम जनजाति के पहाड़िया परिवार दहशत में हैं. मामले को लेकर बुधवार को दलमा क्षेत्र ग्रामसभा सुरक्षा मंच के केंद्रीय अध्यक्ष सुखलाल पहाड़िया की अध्यक्षता में बांदरजलकोचा गांव में पहाड़िया परिवारों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं. विभाग द्वारा जारी नोटिस के विरोध में आगामी मंगलवार को डीसी कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है.जिला से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन किया जायेगा – सुखलाल
सुखलाल पहाड़िया ने कहा कि आदिकाल से जंगल में रहने वाले आदिम जनजाति को ही विभाग वन से वंचित कर रहा है. इस मामले को लेकर जिला से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 से 2024 तक बारी-बारी से सभी परिवारों को वनपट्टा निर्गत किया गया है. इसके बावजूद वन विभाग बार-बार मकान तोड़ने का नोटिस भेजा जा रहा है. जबकि उन सभी परिवारों को सरकार द्वारा पीएम आवास, बिरसा आवाज, बिजली-पानी के साथ राशन,आधार कार्ड, लेबर कार्ड भी मुहैया कराया गया है. मौके पर मंच के संस्थापक जागरण पाल, अध्यक्ष सुखलाल पहाड़िया, छतर पहाड़िया, डॉ सत्यनारायण मुर्मू आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है