छात्रावास में 122 छात्र, 40 छात्राएं व 7 स्टाफ फंसे थे
विद्यालय को बंद करने का आदेश, मामले की जांच होगी : एलआरडीसीपांच घंटे बाद स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर बच्चों को बाहर निकाला
सुबह होते ही ग्रामीणों को जैसे ही जानकारी मिली, उन्होंने तत्परता दिखाते हुए रस्सियों और लकड़ी की बल्लियों के सहारे बच्चों को बाहर निकालना शुरू किया. इस पूरे रेस्क्यू में ग्रामीणों ने मुख्य भूमिका निभाई. एक-एक कर 162 बच्चों और स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकाला. गनीमत यह रही कि कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन सुबह तक बच्चों को पांड्राशोली में कैंप किये रही. मौके पर पोटका के डीएसपी संदीप भगत, एलआरडीसी गौतम कुमार, बीडीओ अरुण मुंडा, एमओआइसी डॉ रजनी महाकुड़, डॉ सुकांत सीट, थाना प्रभारी धनंजय पासवान, मुखिया सरस्वती मुर्मू आदि मौजूद थे.गुड़रा नदी के किनारे है लव-कुश आवासीय विद्यालय
हरिणा पंचायत स्थित लव-कुश आवासीय विद्यालय गुड़रा नदी के किनारे है. शनिवार रात भारी बारिश के बाद नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. रविवार सुबह करीब चार बजे के बाद स्कूल जलमग्न होने लगा. जब तक छात्रावास में सोये बच्चों को जगाकर बाहर निकाला जाता, तब तक विद्यालय पूरी तरह जलमग्न हो गया. आनन-फानन में बच्चों को विद्यालय के एसबेस्टस पर चढ़ाया गया. यहां सुबह चार बजे तक बच्चे भीगते रहे. स्थानीय लोगों को सूचना दिये जाने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रस्सी की सहायता से सभी बच्चों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला.स्कूल में पानी घुस गया, तो छत पर चढ़ गये : छात्र
लव-कुश आवासीय विद्यालय के छात्र पूर्णिमा महतो, ऋतिक सुंडी, शंभू गोप, भगत हांसदा, सुमन महतो, शंभू जामुदा ने बताया कि वे रात में छात्रावास के कमरे में सो रहे थे. सुबह चार बजे जगाया गया कि विद्यालय में पानी घुस गया है. जब वे बाहर निकलने लगे, तो देखा कि विद्यालय के बाहर भी पानी भर गया है. इसके बाद वे सभी छत पर चढ़ गये. वहां वे काफी देर तक भीगते रहे. इसके बाद गांव के लोगों ने उन्हें बाहर निकाला.अधिकतर बच्चे पोटका और डुमरिया प्रखंड के रहने वाले
लव-कुश आवासीय विद्यालय जलमग्न होने से छात्रावास में रह रहे 122 छात्र, 40 छात्राएं एवं 7 स्टाफ फंसे हुए थे. इनमें विद्यालय के संचालक सुशांत महतो के अलावा तीन पुरुष एवं तीन महिला स्टाफ शामिल हैं. यहां 162 छात्र-छात्राओं में अधिकतर पोटका व डुमरिया प्रखंड के बच्चे शामिल हैं. विद्यालय में कुल नामांकित छात्रों की संख्या 210 है. इनमें कई छात्र-छात्राएं हरिणा मेला में घर जाने के बाद वापस नहीं लौटे थे.सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त नहीं है विद्यालय : एलआरडीसी
पोटका प्रखंड के वरीय प्रभारी एलआरडीसी गौतम कुमार ने बताया कि पोटका में लव-कुश आवासीय विद्यालय के नाम से एक निजी स्कूल का संचालन किया जा रहा था. इसका आवासीय भवन नदी किनारे स्थित है. यह सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त नहीं है. नदी का जलस्तर बढ़ने से विद्यालय जलमग्न हो गया. यहां छात्रावास में रह रहे 162 छात्र-छात्राएं फंस गये थे. इन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया है. वर्तमान में विद्यालय को बंद करने का निर्देश दिया गया है. आगे जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गयीबाढ़ के पानी में फंसे लव-कुश आवासीय विद्यालय पांड्राशोली के छात्र-छात्राओं को बाहर निकालने के बाद उनकी स्वास्थ्य जांच की गयी. इसमें सभी को स्वस्थ पाया गया. उन्हें पांड्राशोली प्राथमिक विद्यालय में ठहराया गया. यहां हल्का नाश्ता कराने के बाद उन्हें प्रखंड मुख्यालय लाया गया. यहां से उन्हें घर भेजा जा रहा है.
बच्चों को जगाते-जगाते भर गया पानी : संचालक
लव-कुश आवासीय विद्यालय के संचालक सुशांत महतो ने बताया कि रविवार सुबह चार बजे के बाद विद्यालय के निचले हिस्से में पानी भरने लगा. बच्चों को जगाकर बाहर निकालने की कोशिश की गयी, लेकिन जब बाहर गेट से देखा तो वहां भी पानी भर चुका था. ऐसी स्थिति में बच्चों को छत पर चढ़ाया गया. मामले की जानकारी गांव के लोगों को दी गयी. ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. सुबह में सक्रिय हुआ प्रशासन, जमे रहे पदाधिकारीलव-कुश आवासीय विद्यालय पांड्राशोली के बच्चों के बाढ़ में फंसने की सूचना मिलते ही प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया. मुखिया सरस्वती मुर्मू सुबह से रेस्क्यू अभियान में सक्रिय रहीं. वहीं थाना प्रभारी धनंजय पासवान भी पहुंच गये. एलआरडीसी गौतम कुमार, बीडीओ अरुण मुंडा, एमओआइसी डॉ रजनी महाकुड़, डॉ सुकांत सीट, सीआई शांतिराम षाड़ंगी, रोजगार सेवक ईश्वरलाल सरदार, मानु हेंब्रम आदि भी पहुंचे और जमे रहे.
पल-पल की जानकारी लेते रहे विधायक आवासीय विद्यालय में विद्यार्थियों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद विधायक संजीव सरदार भी प्रशासन से मामले की जानकारी लेने के साथ-साथ राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है