डुमरिया.
पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया प्रखंड में मलेरिया का प्रकोप हर मौसम रहता है. हालांकि, बारिश के मौसम में मलेरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. डुमरिया सीएचसी की ओर से लगातार चिह्नित गांवों में एमपीडब्ल्यू कैंप कर रहे हैं. रोजाना गांवों में जांच कर जिला को रिपोर्ट सौंपी जा रही है. स्वास्थ्य सहिया की ओर से मरीजों को दवा दी जा रही है. इसके बावजूद रोजाना 6-7 मरीज सीएचसी पहुंच रहे हैं. दर्जनों लोग ग्रामीण चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं.चार नये मरीज अस्पताल पहुंचे
डुमरिया सीएचसी में सोमवार को माड़ोतोलिया गांव के डेढ़ वर्षीय दुर्गीमय सोय, केंदुआ के 25 वर्षीय विजय सबर, मानिकपुर गांव के 26 वर्षीय गौरी किस्कू, जाहेरडीह गांव के 35 वर्षीय जीतेन मुर्मू इलाज के लिए सीएचसी पहुंचे. 30 जून को डुमरिया सीएचसी के एमपीडब्ल्यू 40 वर्षीय सुभाष चंद्र बेसरा मलेरिया से ग्रसित होकर जान गंवा चुके हैं. 12 जून को रांगामाटिया के माझिया हांसदा का तीन वर्षीय पुत्र राजू हांसदा की मौत मलेरिया से हो चुकी है.
चाकुलिया नपं क्षेत्र में छह जगहों पर मिले डेंगू के लार्वा
चाकुलिया. बरसात में मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए नगर पंचायत प्रशासन की ओर से नालियों और जल जमाव स्थल पर एंटी लार्वा का छिड़काव शुरू कर दिया गया है. नगर पंचायत के प्रशासक चंदन कुमार ने इसे लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं. वहीं, लार्वा की जांच के लिए नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने घर-घर जाकर जांच कर लोगों को जागरूक किया. कुल 6 जगह डेंगू का लार्वा मिला है. उन लार्वा को नष्ट करके नगर पंचायत वासियों को चेतावनी दी गयी. कहा गया कि किसी भी परिस्थिति में बरसात के पानी को जमने नहीं दें. मौके पर एमपीडब्ल्यू राजेंद्र कुमार महतो, विकास महतो, नगर पंचायत कर्मी आसिम नाथ आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है