चाकुलिया. जून और जुलाई में हुई बारिश के बाद क्षेत्र में कृषि कार्य में तेजी आयी है. किसान हल बैल और ट्रैक्टर लेकर खेत को जोतने में लगे हैं. इस वर्ष अभी तक काफी अच्छी बारिश हुई है, जो धान की खेती के लिए उपयुक्त बतायी जा रही है. जून में 562 मिमी बारिश हुई है. जुलाई में अब तक 250 मिमी बारिश हुई है. कई किसानों का बिचड़ा तैयार है. कई किसान बिचड़ा तैयार करने में लगे हैं. जिन किसानों का बिचड़ा तैयार है, वे रोपाई में लगे हैं. पिछले कुछ दिनों से बारिश ने राहत दी है. इसके बाद कृषि कार्य में काफी अधिक तेजी आयी है.
एक रुपये में हो रहा फसल बीमा:
एक रुपये में फसल बीमा हो रहा है. चाकुलिया लैंपस के सचिव अरुण राय ने बताया कि फिलहाल लैंपसों में किसानों का फसल बीमा कराया जा रहा है. उन्होंने बताया की फसल बीमा की अवधि 31 जुलाई तक तय की गयी है.12847 हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य
चाकुलिया में 12847 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी शिवानंद घटवारी ने कहा कि इस वर्ष लक्ष्य शत प्रतिशत रखा गया है. चाकुलिया के लैंपस से किसानों को 475 क्विंटल धान बीज उपलब्ध कराए गये हैं. लैंपसों में पहुंचे धान की किस्म एमटीयू 7029 व आईआर 64 है. वहीं खाद की आपूर्ति अबतक नहीं हुई है. लैंपस कर्मी अरुण राय ने बताया कि खाद के लिए लाइसेंस जरूरी है. सभी लैंपसों का लाइसेंस बनायी जा रहा है. चाकुलिया प्रखंड के सभी लैंपसों को मिलाकर 475 क्विंटल धान बीज की आपूर्ति की गयी है. अधिकतर लैंपसों में धान बीज की बिक्री पूरी हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है