घाटशिला. मऊभंडार ओपी में घाटशिला के वनपाल की लिखित शिकायत पर माझी परगना महाल के घाटशिला प्रखंड अध्यक्ष सह देश विचार सचिव बहादुर सोरेन के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में बुधवार की शाम मामला दर्ज हुआ. पुलिस कांड संख्या 18/25, भादवि की धारा 329/3, 115, 121, 352, 351 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच में जुट गयी है. दरअसल, घाटशिला के कीताडीह में वन विभाग करीब 11 करोड़ रुपये की लागत सौंदर्यीकरण योजना पर काम कर रहा है. उक्त कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाकर मंगलवार को हंगामा किया गया था. गेट पर चहारदीवारी देकर वन विभाग बंद कर रहा था, इसका बहादुर सोरेन ने विरोध किया था. इस दौरान वन विभाग के प्रिंस झा से बहादुर सोरेन की बकझक हुई थी. बहादुर सोरेन ने काम बंद करा दिया था.
मेरे ऊपर लगे आरोप गलत : बहादुर
दूसरी ओर, बहादुर सोरेन ने कहा कि ठेकेदार ने आदिवासियों के धार्मिक स्थल को क्षति पहुंचायी है. मैंने मंगलवार को कार्यपालक दंडाधिकारी और मऊभंडार ओपी प्रभारी को आवेदन सौंपा था. जांच कर कार्रवाई की मांग की थी. कीताडीह स्थित सिदो-कान्हू जाहेरगाड़ में आने-जाने का रास्ता बिना किसी पूर्व सूचना के 10 मार्च की शाम को बंद कर दिया गया. इससे आदिवासी समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं. इसी मामले में काम करा रहे लोगों से सवाल किया, तो उनके साथ दुर्व्यवहार और धक्का-मुक्की की गयी. अब उलटे मुझे पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाकर मामला दर्ज किया जा रहा है. मेरे ऊपर लगाये जा रहे आरोप गलत है. मैं सामाजिक काम से जुड़ा हूं. वनों की रक्षा भी कर रहा हूं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है