पोटका.
प्रखंड की ग्वालकाटा पंचायत के सबरनगर में ग्रामीणों की बैठक रविवार को ग्राम प्रधान सुशील सबर की अध्यक्षता में हुई. बैठक में बतौर सभापति मोरा हांसदा उपस्थित थे. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि भारत सेवाश्रम संघ सबरनगर के बालिका आवासीय विद्यालय में कार्यरत तीन शिक्षिकाएं शकुंतला मार्डी, मंजुरी मुंडा व दीपा हेंब्रम द्वारा षडयंत्र रचकर आश्रम के सचिव रोबिन महाराज को बदनाम किया जा रहा है. इससे छात्राओं में गलत संदेश जा रहा है. आश्रम में 30 वर्षों से गरीब और सबर बच्चियां शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. सचिव की देखरेख में यहां शिक्षा का बेहतर माहौल है. तीनों शिक्षिकाओं द्वारा गलत तरीके से यहां का शैक्षणिक माहौल को खराब किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि शकुंतला मार्डी बिना कारण बताये तीन माह तक विद्यालय नहीं आयी. इस कारण आश्रम कमेटी द्वारा उन्हें शोकॉज जारी किया गया. इसी मुद्दे को कमजोर करने के लिए शिक्षिकाओं ने रोबिन महाराज के विरुद्ध शिकायत की. इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पोटका प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. ग्रामीणों ने शिक्षिकाओं को सबरनगर बालिका आवासीय विद्यालय से हटाने की मांग की. बैठक में हिंदू मुर्मू, भीमसेन टुडू, लक्ष्मण हांसदा, सुनील बेसरा, चंद्रायण टुडू, दाखिल टुडू, शिबु बास्के, प्रताप मुर्मू, भुकतू सोरेन, रायमल टुडू, घानी टुडू, शंकुतला सरदार, रुई सबर, लक्ष्मी सबर, सबिता सबर, छोटी सोमवारी सबर, सुकांती सबर, बासंती सबर, गुरों सबर, जयंती सबर सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे. सचिव रोबिन महाराज ने कहा है कि तीनों शिक्षिकाओं द्वारा मेरे खिलाफ साजिश रची गयी है. मेरे ऊपर लगाये गये सभी आरोप गलत हैं.
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