घाटशिला.
घाटशिला प्रखंड सभागार में गुरुवार को जनशिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बीडीओ यूनिका शर्मा ने की. मुख्य अतिथि पूर्वी सिंहभूम के उपविकास आयुक्त नागेंद्र पासवान उपस्थित रहे. डीडीसी ने घाटशिला प्रखंड के सभी 22 पंचायतों के पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों व संबंधित अधिकारियों से सीधे संवाद किया.अबुआ आवास योजना, मनरेगा, हरित क्रांति योजना तथा दीदीबाड़ी योजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने पंचायतवार योजनाओं की स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि 60 दिन से 6 माह पूर्व जिन लाभुकों को आवास की राशि मिल चुकी है, उनके कार्य अब तक शुरू न होना लापरवाही है. निर्देश दिया कि सभी अधिकारी व कर्मचारी लाभुकों के घर जाकर कार्य शुरू कराएं, कोई भी बहाना स्वीकार नहीं किया जायेगा.ईंट, बालू, गिट्टी, सीमेंट महंगी होने की बात नहीं चलेगी, लाभुकों को समझा कर काम करायें
डीडीसी ने कहा कि ईंट, बालू, गिट्टी व सीमेंट के महंगे होने की बात अब नहीं चलेगी. लाभुकों को समझाकर काम चालू कराएं. बीडीओ को ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित भ्रमण कर जमीनी हकीकत जांचने का निर्देश दिया गया. साथ ही सभी पंचायत सचिवों व रोजगार सेवकों को प्रतिदिन अपने क्षेत्र में भ्रमण कर योजनाओं की निगरानी करने की सख्त हिदायत दी गयी. डीडीसी ने मनरेगा योजना के अंतर्गत जो अधूरे कुएं हैं, उनकी सुरक्षा के लिए बांस की घेराबंदी कर दुर्घटनाओं से बचाव करें. जिन मजदूरों ने 80 से 90 दिन का कार्य पूरा कर लिया है, उन्हें 100 दिन पूरा करने के लिए प्रेरित किया जाये. उन्होंने कहा कि यदि अगली सुनवाई तक सुधार नहीं दिखा, तो पंचायत सचिवों व रोजगार सेवकों पर कार्रवाई की जायेगी. जन शिकायत दिवस के तहत पहले दिन यह समीक्षा की गयी, लेकिन अब हर गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय में नियमित जनसुनवाई आयोजित होगी, जिसमें आम जनता की शिकायतें सुनी जायेगी चाहे वे अंचल, प्रखंड या अन्य विभागों से संबंधित हों. मौके पर प्रखंड प्रमुख सुशीला टुडू, उप प्रमुख गोपाल कृष्ण अग्रवाल, बीपीआरओ धरमू उरांव सहित पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य व विभिन्न विभागों के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है