घाटशिला.
स्नातक तृतीय सेमेस्टर (सत्र 2022-26) में हिंदी विषय के परीक्षा परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाकर सोमवार को छात्र-छात्राओं ने घाटशिला कॉलेज मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया. झारखंड छात्र आदिवासी मूलवासी मंच के बैनर तले छात्र-छात्राओं ने सुबह 8 बजे कॉलेज गेट बंद कर नारेबाजी शुरू की. इसका नेतृत्व अध्यक्ष दुलाल हेंब्रम ने किया. विद्यार्थियों के भविष्य से खेलना बंद करो, छात्र एकता जिंदाबाद आदि नारेबाजी की. इसे लेकर प्राचार्य और शिक्षकों ने छात्रों से 10 दिन का समय मांगा. उन्होंने कहा कि पीजी और यूजी की परीक्षा मंगलवार से है. प्राचार्य ने कोल्हान विश्वविद्यालय में दूरभाष से वार्ता की. छात्र लिखित आश्वासन की मांग पर अड़ रहे. इस दौरान छात्रों और शिक्षकों के बीच हल्की नोकझोंक हुई. सूचना पाकर कार्यपालक दंडाधिकारी अमन कुमार, घाटशिला थाना प्रभारी मधुसूदन डे समेत कई पुलिस पदाधिकारी पहुंचे. अधिकारियों ने छात्रों से जानकारी ली. कॉलेज के प्राचार्य डॉ पीके गुप्ता से भी वार्ता की.कार्यपालक दंडाधिकारी ने धरना समाप्त कराया
कॉलेज गेट पर करीब पांच घंटे धरना चला. छात्रों की मांग को प्राचार्य ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव को अग्रसारित किया. प्राचार्य, कार्यपालक दंडाधिकारी, घाटशिला पुलिस ने छात्रों को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया. प्राचार्य ने छात्रों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इसे विश्वविद्यालय को भेज दिया है. उच्चस्तरीय निर्णय आने तक मामले की निगरानी की बात कही.
203 विद्यार्थियों को 0 से 3 नंबर देकर प्रोमोट किया गया
छात्रों का कहना है कि हिंदी विषय में करीब 203 विद्यार्थियों को थ्योरी में केवल 0, 1, 2 या 3 अंक देकर प्रोमोट किया गया है. यह मूल्यांकन की प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है. छात्रों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है. वे इस मुद्दे पर दो बार विश्वविद्यालय के नाम कॉलेज प्रशासन को सूचित कर चुके हैं. 15 अप्रैल को परीक्षा नियंत्रक, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा को पहला ज्ञापन सौंपा गया था. निःशुल्क री-जांच की मांग की गयी थी. उसके बाद 31 मई 2025 को दूसरा ज्ञापन सौंपा गया. स्पष्ट कहा गया कि यदि री-जांच नहीं की जाती है, तो विद्यार्थी आंदोलन के लिए विवश होंगे.
10 दिनों में मांग पूरी नहीं हुई, तो फिर आंदोलन करेंगे
मंच के अध्यक्ष दुलाल हेंब्रम ने चेतावनी दी कि आगामी 10 दिनों में परीक्षा परिणाम की निष्पक्ष समीक्षा और निःशुल्क री-जांच नहीं की गयी, तो फिर कॉलेज गेट बंद कर उग्र आंदोलन करेंगे. मौके पर ईश्वर महाली, रोहित मुखी, विकास हेंब्रम, प्रतिमा मुर्मू, अंजलि किस्कू, महेश हेंब्रम, अमित मांडी, सागुन सोरेन, सबीता गोप, नोभा भकत, सोनाली मांझी, शीशा मुर्मू, सुचिता मार्डी समेत कई विधार्थी उपस्थित थे.
छात्रों के प्रदर्शन को एआइडीएसओ ने दिया समर्थन
घाटशिला कॉलेज के सेमेस्टर-3 के परिणाम में हिंदी विषय के करीब 200 छात्रों को फेल करने के विरोध में सोमवार को छात्रों ने कॉलेज परिसर में प्रदर्शन कर तालाबंदी की. इस आंदोलन को छात्र संगठन एआइडीएसओ ने समर्थन किया है. संगठन की घाटशिला कॉलेज इकाई की सचिव रीमा मुंडा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एक सप्ताह के भीतर कॉपियों की पुनर्मूल्यांकन की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि समय पर समाधान नहीं हुआ, तो छात्र समुदाय के साथ मिलकर एआइडीएसओ उग्र आंदोलन करेगा, जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है