जादूगोड़ा.
एचसीएल की राखा कॉपर माइंस के लीज नवीकरण से संबंधित ग्रामों में एफआरए-2006 के तहत, जो वन क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, उनके अनापत्ति प्रमाण पत्र को लेकर मंगलवार को इचरा पंचायत भवन के पास ग्रामसभा हुई. ग्राम प्रधान सोमेश मंडल की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई. इसमें राखा कॉपर मांइस के लिए 98.932 हेक्टेयर वन भूमि के अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए चर्चा की गयी. राखा कॉपर माइंस स्थित इचरा ग्राम के ग्रामीणों ने मेडिकल, पानी, शिक्षा, रोजगार और नियोजन से जुड़े सवाल उठाए. इचरा पंचायत के मुखिया मंजीत सिंह ने कंपनी के आसपास बेरोजगारों, विस्थापितों, प्रभावितों को रोजगार व सुविधा देने की मांग की. इसके बाद ग्रामीण लीज नवीनीकरण को लेकर विचार-विमर्श के बाद सहमति प्रदान करेंगे. कंपनी के सीनियर मैनेजर अर्जुन लोहरा ने सभी सवालों के जवाब दिये. आसपास के ग्रामीणों का कहना था कि कंपनी क्षेत्र में जर्जर सड़क, पानी व मेडिकल की सुविधा मिलनी चाहिए.आसपास के ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा : दीपक श्रीवास्तव
कंपनी के उपमहाप्रबंधक दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि आसपास के छह गांवों के ग्राम प्रधानों द्वारा अनुमोदित सूची के आधार पर ग्रामीणों को नियोजित किया जायेगा. नियुक्ति वर्क ऑर्डर के आधार पर होगी. बारहवीं पास बेटियों के नर्सिंग की पढ़ाई का पूरा खर्च हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड उठाएगी. महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए दोना-पत्ता, जूट बैग, मुड़ी, मसाला बनाने जैसे कार्यों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. कंपनी गांवों में स्ट्रीट लाइट, हाइमास्ट और स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी. क्षेत्र में मेडिकल कैंप लगेगा. काम के दौरान दुर्घटना होने पर इलाज का खर्च एचसीएल उठाएगी. माइंस से पानी निकासी का काम अगले तीन माह में शुरू होगा. वहीं इचरा ग्राम के ग्रामीणों की ओर से ग्राम प्रधान सोमेश मंडल, रूपक मंडल, दीपाली मंडल, मंजीत सिंह, तुलसी भक्त व कंपनी से अर्जुन लोहरा शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है