घाटशिला. झाड़ग्राम में बसंत उत्सव का आयोजन 14 से 16 मार्च का आयोजित होगा. होली की छुट्टी होने से झाड़ग्राम के पर्यटक स्थलों पर भीड़ बढ़ने लगी है, लेकिन पर्यटकों की भीड़ से जंगल के निवासियों को परेशानी हो सकती है. इसे लेकर वन विभाग ने कई निर्देश जारी किये हैं. इनमें नियम यह है कि जंगल में प्रवेश वर्जित रहेगा. झाड़ग्राम के होटल-रिसॉर्ट से लेकर वन विभाग के बंगले तक सभी बुक हो चुके हैं. झाड़ग्राम राजबाड़ी में भी ठहरने की जगह नहीं बची है. शहर के घोड़ाधरा पार्क और रवींद्र पार्क में दो स्थानों पर बसंत उत्सव के कार्यक्रम होते हैं. इस दौरान पर्यटक जंगल में भी जाना चाहते हैं, जिससे समस्या बढ़ जाती है. झाड़ग्राम में हाथियों समेत कई वन्यजीव रहते हैं.
कुछ इलाकों में मिले अज्ञात जानवरों के पैरों के निशान
वनकर्मियों ने कहा झाड़ग्राम के जंगलों में जंगली हाथियों के अलावा बेलपहाड़ी के कुछ इलाकों में अज्ञात जानवरों के पैरों के निशान भी मिले हैं. जंगलों में हाथी रहते हैं, वहां पर्यटकों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा जंगल के आसपास मौज-मस्ती या पिकनिक के लिए लाउडस्पीकर बजाना भी प्रतिबंधित रहेगा, क्योंकि तेज आवाज से पक्षियों और वन्यजीवों को परेशानी होती है. वन विभाग की अनुमति के बिना जंगल में टेंट लगाकर ठहरना भी मना है. पर्यटकों को जंगल में कचरा फैलाने से रोकने के लिए प्लास्टिक, पानी की बोतलें और थर्माकोल जैसे सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी.ज्वलनशील पदार्थों के इस्तेमाल पर होगी कार्रवाई
अगर कोई जंगल में आग लगाता है या ज्वलनशील पदार्थों का इस्तेमाल करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने पर्यटकों को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी गूगल मैप देखकर जंगल में प्रवेश न करें. पर्यटकों को जंगल में हाथी या अन्य वन्यजीव दिखाने के लिए जो ले जायेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.-उमर इमाम, डीएफओ, झाड़ग्राम
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है