बहरागोड़ा.
बहरागोड़ा प्रखंड के चिंगड़ा उमवि में 10 दिवसीय संताली समर कैंप का समापन रविवार को हुआ. कैंप में 140 छात्र-छात्राओं ने ओलचिकी लिपि और संस्कृत की शिक्षा प्राप्त की. समापन समारोह में समाज के लोग शामिल हुए. समाजसेवी ललित कुमार मार्डी ने कहा कि बच्चों में ओलचिकी लिपि को सीखने की ललक देखकर गर्व होता है. यह केवल एक भाषा नहीं, हमारी पहचान है. झारखंड सरकार को चाहिए कि ऐसे प्रयासों से प्रेरणा लेकर संताली संस्कृति के संरक्षण को प्राथमिकता दे. कैंप में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य सामग्री वितरण किया गया. इस अभियान को सफल बनाने में असेका के अध्यक्ष सुभाष चंद्र मार्डी, समाजसेवी ललित कुमार मार्डी, जगमाझी बाबा लखन मार्डी, सुखलाल हांसदा, शिक्षक विजय हांसदा, प्रशिक्षण कार्यशाला रामजीत सोरेन, फागुराम हांसदा, चरण हेंब्रम आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है