डुमरिया. डुमरिया प्रखंड के भालुकपातड़ा मौजा में लगभग 10 करोड़ की लागत से बन रहा 30 शैय्या वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन बनने के साथ दरक गया है. भवन बनने के साथ दीवारों में दरारें पड़ने लगी हैं. हल्की बारिश में दीवारों से सीपेज होने लगा है. कई जगहों पर छत से पानी टपक रहा है. दीवारों में पुट्टी को काम हो चुका है. अंदर के अधिकतर कमरों की दीवारों में दरारें आ गयी हैं. संवेदक द्वारा इन दरारों को छिपाने के लिए तार की जाली देकर छोटे चिप्प देकर वहां फिर से पुट्टी मारी जा रही है. पर भवन में इतनी दरारें आ गयी है कि कारीगर उसे छिपाते-छिपाते परेशान है. इससे पूर्व भी भवन के उपरी तल्ले का छज्जा टूट गया था. उस समय भी संवेदक द्वारा आनन-फानन में नये सिरे से बनाया गया. 90 गांवों के लोग इसी सीएचसी के भरोसे : डुमरिया प्रखंड के 90 गांवों के लोग डुमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही निर्भर हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का यह नया भवन डुमरिया के भालुकपातड़ा मौजा में बन रहा है. 30 बेड का यह अस्पताल अत्याधुनिक होगा. यह भवन झारखंड स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर 9 करोड़ 73 लाख 24 हजार 848 रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. भवन निर्माण का काम काफी घटिया हो रहा है. संवेदक का कहना है कि विभाग द्वारा फ्लूइ एस ईंट का प्राक्कलन बनाया गया हैं. ग्रामीणों द्वारा भवन निर्माण की शुरूआत से ही लाल ईंट लगाने की मांग की जाती रही, पर किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई.
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