गालूडीह.
पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन गंभीर समस्या बन गयी है. क्षेत्र के युवा अपने परिवार का पालन-पोषण के लिए दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने को विवश हैं. पलायन की आंधी में एक घर का इकलौता चिराग बुझ गया. गालूडीह थाना क्षेत्र की जोड़सा पंचायत स्थित बड़बिल गांव के जमाईपाड़ा टोला निवासी बोलो बास्के के पुत्र सागर बास्के (24) की बीते शनिवार को आंध्र प्रदेश में पामबली में मौत हो गयी. वह रोजगार के लिए गया था. मजदूर सागर बास्के के परिजनों ने बताया कि वह घर का इकलौता बेटा था.कंपनी में झींगा मछली पालन करता था
जानकारी के अनुसार, पहले गांव में ट्रैक्टर चलाता था. तीन महीने पहले गालूडीह, भूतियाकोचा और दामपाड़ा के 17 युवकों के साथ आंध्रप्रदेश मजदूरी करने के लिए पलायन कर गया. सागर बास्के के मित्र सुनील हांसदा ने बताया कि कुछ दिन से सागर बास्के की छाती दर्द हो रहा था. शनिवार को अचानक दर्द ज्यादा बढ़ गया. उसे वहां के दो अस्पतालों में भर्ती कराया गया. सुधार नहीं होने पर तीसरे अस्पताल ले जाने के क्रम में उसने दम तोड़ दिया. वह पामबली में वैष्णवी नामक कंपनी में झींगा मछली पालन करता था. सोमवार को उसका शव जमाईपाड़ा पहुंचा. शव पहुंचते ही परिवार व गांव में मातम पसर गया. पिता बोलो बास्के, मां दुर्गु बास्के और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. शाम को गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है